- आदिवासी कोल राजाओं के शान के प्रतीक कोलगढ़ी का 324.70 लाख रुपए से होगा जीर्णोद्धार
- मुख्यमंत्री ने त्योंथर सूक्ष्म सिंचाई परियोजना की दी सौगात
रीवा, विवेक तिवारी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वैदिक रीति से विधि-विधान के साथ पूजन-अर्चन कर त्योंथर में कोलगढ़ी के संरक्षण एवं जीर्णोद्धार कार्य का भूमिपूजन किया। आदिवासी कोल राजाओं द्वारा निर्मित प्राचीनतम कोल राजाओं के शान के प्रतीक कोलगढ़ी का 324.70 लाख रुपए की लागत से मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा जीर्णोद्धार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर त्योंथर सूक्ष्म सिंचाई परियोजना का शिलान्यास भी किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कोलगढ़ी पहुंचने पर कोल समाज के लोगों ने परंपरागत नृत्य कोलदहका के साथ गुदुम की धुन पर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुण्डा एवं माता शबरी के चित्र के सम्मुख पुष्प अर्पित किए। मुख्यमंत्री ने कोलगढ़ी परिसर सहित कोलगढ़ी के अंदर जाकर अवलोकन किया।
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मेरा मन आनंद व प्रसन्नता से भरा है। भगवान बिरसामुण्डा के बलिदान दिवस पर कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार का संकल्प व सपना पूरा हो रहा है। कोल समाज के गौरव व सम्मान के प्रतीक कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार से इसका गौरव पुन: स्थापित होगा। इसके साथ ही त्योंथर का गौरव भी पुन: लौटेगा। उन्होंने कहा कि गत दिनों सतना के कार्यक्रम में कोल समाज के लोगों ने कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार के लिए यह बात ध्यान में लाई थी। तब इसके जीर्णोद्धार एवं संरक्षण की घोषणा हुई थी। आज यह सपना पूरा होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार के साथ ही इसके किनारे बहने वाली टमस नदी पर घाट एवं लॉन का निर्माण भी कराया जाएगा। कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार के साथ यहाँ कोल समाज के इतिहास व गौरव को भी प्रदर्शित किया जाएगा। शिलान्यास स्थल पर कोल समाज के लोगों ने गजमाला से मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
इस अवसर पर सांसद जनार्दन मिश्र, जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल, विधायक त्योंथर श्यामलाल द्विवेदी, विधायक मऊगंज प्रदीप पटेल, जिला भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष डॉ अजय सिंह, कलेक्टर प्रतिभा पाल, पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह सहित जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में कोल समाज के लोग उपस्थित रहे।