रीवा। सुपर स्पेशलिटी चिकित्सालय को प्रदेश के प्रथम शासकीय संस्थान के एनएबीएच से मान्यता प्राप्त हो गयी है। मान्यता प्राप्त किये जाने के पश्चात आयुष्मान योजना में आवंटित प्रोसिजर राशि में 15 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है। जिससे चिकित्सालय को अतिरिक्त राजस्व की प्राप्ति होगी। वहीं दूसरी ओर मरीजों के उपचार के लिए कंज्यूमेबल के स्थानीय क्रय हेतु बजट की अधिक सुलभता होगी।
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव ने बताया कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल प्रदेश का प्रथम शासकीय एनएबीएच अस्पताल होने के साथ-साथ मान्यता से प्राप्त होने वाले लाभों से लाभांवित होने वाला प्रथम चिकित्सालय है। उन्होंने बताया कि चिकित्सालय के ओपीडी में 170000 मरीजों का उपचार किया गया। जिसमें से आयुष्मान लाभार्थियों की संख्या एक लाख से अधिक रही है। इसी प्रकार आईपीडी के माध्यम से भर्ती कर उपचार किये गये। आयुष्मान लाभार्थियों की संख्या 20 हजार के लगभग रही।