- रीवा संभाग में अनुग्रह सहायता के 94.29 प्रतिशत आवेदनों का हुआ निराकरण
रीवा। श्रम विभाग के तहत संचालित संबल-2 योजना के तहत अनुग्रह सहायता राशि के प्रकरणों के निराकरण में रीवा संभाग को प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। रीवा संभाग ने 94.29 प्रतिशत आवेदनों का निराकरण करके प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस संबंध में कमिश्नर अनिल सुचारी ने बताया कि अनुग्रह सहायता के आवेदन पत्रों के निराकरण में 92.66 प्रतिशत आवेदनों का निराकरण करके जबलपुर संभाग को प्रदेश में दूसरा तथा 90.78 प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण करके इंदौर संभाग को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। रीवा संभाग में सर्वाधिक 98.17 प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण करके सतना जिला संभाग में प्रथम स्थान पर रहा है। रीवा जिले में 95.6 प्रतिशत, सिंगरौली जिले में 92.9 प्रतिशत तथा सीधी जिले में 89.24 प्रतिशत आवेदन पत्रों का निराकरण किया गया।
कमिश्नर ने बताया कि संबल-2 योजना के तहत पंजीकृत मजदूरों को दुर्घटना में मौत होने पर उनके आश्रितों को चार लाख रुपए तथा सामान्य मौत होने पर आश्रितों को दो लाख रुपए की अनुग्रह सहायता दी जाती है। इसके साथ-साथ मजदूर के अंतिम संस्कार के लिए पाँच हजार रुपए की अंत्येष्टि सहायता भी ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकायों के माध्यम से दी जाती है। योजना के तहत प्राप्त आवेदन पत्रों के निराकरण की जिले के सभी कलेक्टर साप्ताहिक टीएल बैठक में समीक्षा करके जनपद पंचायतों तथा नगरीय निकायों के माध्यम से आवेदन पत्रों का निराकरण करा रहे हैं। नियमित समीक्षा के कारण 12 मई से 14 जून की अवधि में 911 आवेदन पत्र दर्ज किए गए। इनमें से 799 आवेदन पत्र स्वीकृत किए गए तथा 60 आवेदन पत्र विभिन्न कारणों से अमान्य कर दिए गए। अब केवल 52 आवेदन पत्र लंबित हैं। इनका निराकरण भी एक सप्ताह में कर दिया जाएगा। समय पर प्रकरणों के निराकरण से पीड़ितों को अनुग्रह सहायता राशि प्राप्त हो रही है। संभागीय कार्यालय से संयुक्त आयुक्त नीलेश पारीख उपायुक्त अशोक ओहरी तथा प्रभारी अधिकारी दिव्या त्रिपाठी द्वारा प्रकरणों के निराकरण की मानीटरिंग की।