नई दिल्ली। क्रिकेट (Cricket) जगत में उस वक्त बवाल मच गया जब विराट कोहली (Virat Kohli) ने एक इमोशनल पोस्ट (emotional post) करते हुए टी-20 वर्ल्ड कप (T-20 World Cup) के बाद टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया। इस फैसले के बाद रिपोर्ट (Report) आई कि कोहली चाहते थे कि रोहित (Rohit) को उपकप्तानी से हटाया जाए। हालांकि, यह दाव उल्टा पड़ गया और उन्हें दबाव में कप्तानी छोड़ने का ऐलान करना पड़ा। अब रिपोर्ट आई है कि कोहली के एटिट्यूड (Attitude) से खिलाड़ी खुश नहीं थे और कुछ सीनियर क्रिकेटरों (senior cricketers) ने बीसीसीआई (BCC)) सचिव जय शाह (Jai Shah) से शिकायत की थी।
अगर रिपोर्ट्स पर विश्वास करें तो न्यूजीलैंड के खिलाफ WTC फाइनल में हार के बाद कोहली ने टीम में अपना सम्मान खो दिया है। अखबार टेलिग्राफ के अनुसार, कोहली नियंत्रण खो रहे हैं। उन्होंने सम्मान खो दिया है और कुछ खिलाड़ियों को उनका रवैया पसंद नहीं आ रहा है। वह अब एक प्रेरणादायक लीडर नहीं हैं और वह खिलाड़ियों का सम्मान नहीं अर्जित करते हैं। कई बार वह प्लेयर्स के साथ सम्मानजनक व्यवहार नहीं करते हैं।
विराट के बयान से खुश नहीं थी टीम
WTC फाइनल में बल्लेबाज पूरी तरह फेल रहे थे और गेंदबाजी का भी कुछ ऐसा ही हाल था। इस हार के बाद कोहली ने बयान में कहा था, ‘खिलाड़ियों के अंदर वह इरादा और जज्बा नहीं था।’ इस बयान से टीम के खिलाड़ी खुश नहीं थे। यही नहीं, प्रैक्टिस के दौरान कोहली ने कोच के ऊपर भी गुस्सा दिखाया था। जब कोच उनको बैटिंग की सलाह दे रहे थे तो वह गुस्सा हो गए और बोले- मुझे कन्फ्यूज मत करो। यह मामला और भी तब बढ़ गया जब कोहली इंग्लैंड के खिलाफ बड़ी पारी खेलने से नाकाम रहे।
पहुंच से बाहर होते हैं कोहली, धोनी रहते थे मौजूद
न्यूज एजेंसी आईएएनएस की मानें तो टीम के भीतर कुछ खिलाड़ियों ने शिकायत की थी कि कोहली ऑफ फील्ड में जरूरत पड़ने पर पहुंच से बाहर रहते हैं जबकि धोनी के दरवाजे टीम के खिलाड़ियों के लिए 24 घंटे खुले रहते थे। अपनी पहचान छिपाने की शर्त पर बीसीसीआई के पूर्व अधिकारी ने कहा, ‘बीसीसीआई सचिव जय शाह को इन सब के बारे में टीम के करीबी लोगों के माध्यम से सूचित किया गया और उन्हें यह पसंद नहीं आया। शाह ने अन्य अधिकारियों से भी सलाह ली। कुछ खिलाड़ियों से भी संपर्क किया जा रहा था और उनकी राय ली जा रही थी।’
इसलिए धोनी को बनाना पड़ा मेंटॉर
उन्होंने कहा, ‘बीसीसीआई लंबे समय से कोहली-शास्त्री के पंख काटने की योजना बना रहा था और इसकी शुरुआत धोनी को मेंटॉर (जिसके बारे में कोहली को पता भी नहीं था) के रूप में नियुक्त करने और रविचंद्रन अश्विन को टी-20 टीम में वापस लाने के साथ की गई थी। अश्विन को उनके अनुभव के बावजूद हाल ही में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज में मौका नहीं दिया गया तो, इन सब बातों ने कहीं न कहीं अधिकारियों को नाखुश या गुस्से में डाल दिया।’
कोच भी बदलने की तैयारी
पूर्व अधिकारी ने कहा, ‘कुंबले को वापस लाने की योजना (कोहली के साथ पुरानी दरार को जानकर), से बोर्ड दिखा रहा है कि मालिक कौन है। हां, लक्ष्मण से भी संपर्क किया गया था, लेकिन कुंबले तभी सबसे आगे चल रहे हैं, जब वह प्रस्ताव स्वीकार करते हैं।’ इस बीच जब पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद से उनके विचारों के लिए संपर्क किया गया, तो उन्होंने टी-20 विश्व कप पर फोकस करने की बात कही।
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