नई दिल्ली (New Delhi)। आज के समय में टैटू (tattoos) बनवाने का शौक किसे नहीं होता है। फिर वह चाहे हाथ में बनवाया जाए, कमर पर या शरीर के किसी और हिस्से पर। बस टैटू (tattoos) होना चाहिए, लेकिन अगर हम आपसे कहें कि यही टैटू (tattoos) आपको सरकारी नौकरी से वंचित कर सकता है तो आपके लिए यह किसी शॉकिंग न्यूज से कम नहीं होगा। जी हां ये सच है। इससे जुड़ा ताजा मामला भी सामने आया है।
बता दें कि कानून की पढ़ाई कर लखनऊ से एक छात्र यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन (UPSC) की तैयारी करने के लिए दिल्ली आ था। उसका सपना आईपीएस बनने का था, लेकिन दिल्ली आकर उसने अपने हाथ पर टैटू बनवा लिया। बस इसी एक गलती ने उसके सपने को चकनाचूर कर दिया था।, क्योंकि जब उसे पता चला कि टैटू बनवाने के चलते वह आईपीएस अधिकारी नहीं बन सकता तो उसने खुदकुशी कर ली। यह खुलासा पुलिस द्वारा दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में दायर क्लोजर रिपोर्ट से हुआ है। अदालत के पास फिलहाल यह मामला लंबित है।
मामले में पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। हालांकि, अभिषेक के पिता ब्रिजेश कुमार ने उसके मकान मालिक और साथ पढ़ने वाले कुछ छात्रों पर हत्या का आरोप लगाया था। इस पर पुलिस ने आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने समेत अन्य पड़ताल भी की गई। जांच से उनकी संलिप्तता नहीं मिलने पर पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट लगा दी।
ऐसे हुअ गूगल हिस्ट्री से खुलासा
पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट में बताया है कि अभिषेक ने गूगल पर आईपीएस बनने में टैटू के नियम को लेकर सर्च किया था। इसके अलावा उसे हटवाने के लिए भी उसने गूगल पर जानकारी हासिल की थी। उसने हटवाने की कीमत को लेकर भी जानकारी हासिल की थी। यह गूगल सर्च हिस्ट्री अदालत में जमा करवाई गई है।
क्या कहती हैं गाइडलाइंस
पुलिस फोर्स, सेना, नौसेना आदि की नौकरी ऐसे शख्स को नहीं मिलती जिसके शरीर पर ऐसी जगह टैटू बना हो जो दिख रहा हो। इसमें हाथ की कोहनी से लेकर हथेली तक का हिस्सा भी शामिल है, क्योंकि गर्मी के कपड़ों में यह हिस्सा दिखता है।
लेजर मशीन से हटवाया जा सका है टैटू
रोहिणी के टैटू आर्टिस्ट निशांत ने बताया कि शरीर के किसी हिस्से पर बनवाए गए टैटू को लेजर मशीन के द्वारा आसानी से हटवाया जा सकता है। इसके लिए तीन हजार रुपये प्रति इंच के हिसाब से फीस ली जाती है। लेजर मशीन से हटाए गए टैटू का कोई निशान भी शरीर पर नहीं दिखता।
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