इन्दौर (Indore)। करोड़ों लेकर जमीन की रजिस्ट्री, नामांतरण और लिखित (registry, mutation and writing) में कब्जा देने के बाद भी जमीन बेचने वालों की नियत में खोट आ गई। जब खरीददार (buyer) मौके पर आरआई और पटवारी को लेकर सीमांकन कराने पहुंचा तो उस पर और उसके साथियों पर हमला कर दिया। इस मामले में सिमरोल पुलिस ने केस दर्ज किया है।
इंद्रपुरी के रहने वाले दीपक अरोरा कि शिकायत पर सिमरोल पुलिस ने सुभाष पिता आशाराम देवड़ा, उसके बेटे आशीष, भाई लालसिंह, भतीजे अनिल और शेखर पिता रामलाल के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। दीपक का आरोप है कि बरदरी में उसने एक जमीन आरोपियों से खरीदी थी। सौदे के हिसाब से रुपयों का भुगतान कर चुका हूं। सारे दस्तावेज दीपक और उसके पार्टनरों के नाम पर है। यहां तक कि भूमि का लिखित में कब्जा भी है। इसके बावजूद आरोपियों ने जमीन पर जाने के बाद हमला कर दिया। उसका यह भी कहना है कि सुभाष और लालसिंह के भाई रामलाल आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था में हुए लाखों के गबन के मामले में फरार चल रहा है।
रजिस्ट्री और अन्य दस्तावेजों में उसके भी दस्तखत है। फरारी के दौरान वह आया और उसने धमकाने और पुलिस उसे पकड़ नही पाई। उसका बेटा शेखर कांग्रेस के समर्थन से गांव का सरपंच प्रत्याशी रह चुका है। पूरे मामले को लेकर एसपी भगवत बिरदे का कहना है कि जमीनों की कुछ ऐसी शिकायते लगातार आ रही है जिसमें रजिस्ट्री, नामातंरण और सारी प्रकिया होने के बाद भाव बढने पर बेचने वाला बदल जाता है। ऐसे आरोपियों पर कार्रवाईयां की जा रही है।
ऐसे किया था लाखों का गबन
बताया जा रहा है कि रामलाल के खिलाफ सिमरोल थानें में सेवा सहकारी संस्था में हुई जालसाजियों की दो एफआईआर दर्ज है, जिसमें उसने संस्था के लाखों रुपए का गबन किया और वह फरार है। चौकीढाणी के पास एक होस्टल में वह फरारी काट रहा है, लेकिन स्थानीय पुलिस उसे गिरफ्तार नही कर रही है। एसपी आरोपी पर इनाम की तैयारी कर रहे है।
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