भोपाल। प्रदेश के पूर्व रिटायर्ड आईएफएस आजाद सिंह डबास ने मार्च में कराए जा रहे वृक्षारोपण कार्यक्रम पर सवाल उठाए हैं। डबास ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कहा है कि मार्च में पौधे लगाने का कोई औचित्य नहीं है। यह सिर्फ फोटो खिंचाने तक सीमित रहता है। डबास ने कहा कि प्रदेश में पौधरोपण अभियान के तहत राजधानी में ही 4 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पौधरोपण करने वालों को मोबाइल फोन में एप पर अपलोड कर फोटो डालना होगा। वृक्षारोपण का जिम्मा कलेक्टरों को सौंपा गया है, जो समझ से परे है। डबास ने जुलाई 2017 में कराए गए पौधरोपण अभियान पर भी सवाल उठाए हैं। जिसमें 7 करोड़ से ज्यादा पौधे लगाए गए थे। डबास का दावा है कि इस पौधरोपण के सिर्फ 15 प्रतिशत तक पौधे जीवित बच पाए हैं। तत्कालीन वन मंत्री उमंग सिंघार ने बैतूल में पौधरोपण अभियान की जांच के निर्देश दिए थे। हालांकि जांच आज तक सामने नहीं आईहै। डबास ने पूर्व में कराए गए वृक्षारोपण अभियान की जांच कराने की मांग की है।
तत्काल रोके जाएं वन अधिकार पत्र
डबास ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि तत्काल वन अधिकार पत्र रोकें जाएं। डबास का कहना है कि वन अधिकार अधिनियम 2006 के अंतर्गत आज भी नियम विरुद्ध वन अधिकार पत्र बांटे जा रहे हैं, जिन पर रोक लगाई जानी चाहिए।
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