नई दिल्ली। लगातार बढ़ रही महंगाई के मोर्चे पर राहत मिलने की खबर है। जुलाई महीने में खुदरा महंगाई की दर 6.65 फीसदी पर रहने की उम्मीद है। अगर ऐसा होता है तो यह पांच महीने की सबसे कम दर होगी। खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट और ईंधन पर टैक्स में कमी से महंगाई घटने के आसार हैं।
बार्कलेज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जून में 7.01 फीसदी के मुकाबले जुलाई में 0.36 फीसदी की कमी आ सकती है। जुलाई की महंगाई का आंकड़ा 12 अगस्त को जारी होगा। इससे पहले अप्रैल में खुदरा महंगाई की दर 8 साल के ऊपरी स्तर 7.79 फीसदी पर पहुंच गई थी।
मई में घटी थी पेट्रोल और डीजल पर ड्यूटी
सरकार ने मई में पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाई थी। इससे खाद्य पदार्थों के साथ कई मोर्चों पर राहत मिलने की उम्मीद है। बार्कलेज के भारत में मुख्य अर्थशास्त्री राहुल बजोरिया ने कहा, ऐसे कई सारे कारण हैं, जिनकी वजह से खुदरा महंगाई में कमी के आसार हैं। साथ ही अक्तूबर तक यह आरबीआई के तय दायरे में आ सकती है।
दो से तीन महीनों में और घटेगी महंगाई
बार्कलेज ने कहा, महंगाई की दर घटने से आरबीआई को भी राहत मिलेगी। ऐसी उम्मीद है कि अगले दो तीन महीने तक इसमें लगातार कमी आती रहेगी। खाद्य तेल, रसोई गैस जैसे मोर्चे पर कीमतों में गिरावट का आसार भी अब कम होता जाएगा। हालांकि, इसने कहा कि पिछले महीने देश के कुछ हिस्सों में बाढ़ से कुछ नुकसान भी हो सकता है।
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