उज्जैन। मध्यप्रदेश में पार्टी का संगठन पूरे देश में आदर्श माना जाता रहा है। बीते समय में कई परिवर्तन हुए हैं और इस बदले हुए परिदृश्य में प्रदेश के संगठन को रोल मॉडल बनाने का संकल्प हमने लिया है और इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इस संकल्प की पूर्ति किस तरह की जा सकती है, इसे लेकर जनप्रतिनिधियों और विधायकों से प्रशिक्षण वर्ग में चर्चा की गई है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने शनिवार को उज्जैन में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही। श्री शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक कार्यकर्ता आधारित संगठन है। प्रशिक्षण वर्ग में विधायकों और जनप्रतिनिधियों को यह भी बताया गया है कि सत्ता में रहते हुए मन में कार्यकर्ता भाव को किस तरह बनाकर रखा जा सकता है।
विरोधियों के झूठ और भ्रम को कैसे नाकाम करें
प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में देश जिस प्रकार से आगे बढ़ रहा है, वह कई लोगों को रास नहीं आ रहा। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की सरकार जिस तरह से गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रही है, वह भी कुछ लोगों को पसंद नहीं है। ये ताकतें झूठ, छल और कपट के जरिए समाज में भ्रम फैलाने का काम कर रही हैं। श्री शर्मा ने कहा कि देश और मध्यप्रदेश का राजनीतिक, सामाजिक परिदृश्य कैसा है? कौन सी ऐसी बातें हैं, जिन पर काम किया जा सकता है? क्या चुनौतियां हैं और उनका समाधान किस प्रकार निकलेगा? इन सभी बातों को लेकर हमने पार्टी विधायकों के दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में विस्तार से चर्चा की है।
गरीब कल्याण की योजनाओं में विधायकों की भूमिका पर मंथन
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हाल ही में पार्टी ने नए पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की थी। उसके बाद अब बाबा महाकाल की नगरी में जनप्रतिनिधियों, विधायकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में प्रशिक्षण एक सामान्य प्रक्रिया है, जो समय-समय पर होती रहती है। इस प्रशिक्षण वर्ग में भी कई विषयों पर गंभीरता से चर्चा की गई है। श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक और केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार तक गरीब कल्याण की अनेकों ऐसी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ निचले स्तर तक पहुंचाना पार्टी और सरकार का प्रयास रहा है। बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि पार्टी के इन प्रयासों में विधायकों तथा जनप्रतिनिधियों की क्या भूमिका हो सकती है?
प्रदेश को बचाने इस्तीफा देकर भाजपा में आए विधायक
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि 15 महीने की कमलनाथ सरकार प्रदेश को बंटाढार युग में ले जा रही थी। प्रदेश की स्थित 2002-2003 के मध्यप्रदेश जैसी होती जा रही थी। भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई गरीब कल्याण की सभी योजनाएं बंद कर दी गई थीं। ऐसी स्थिति में कांग्रेस के कुछ विधायक आगे आए और उन्होंने इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। श्री शर्मा ने कहा कि इन विधायकों ने जो भी किया, वह प्रदेश को बचाने के लिए किया है।
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