नई दिल्ली। खालिस्तानियों का नेटवर्क (Khalistani network) जिस तरह फैलता जा रहा यह भारत के लिए चिन्ता का विषय है, क्योंकि हरियाणा के करनाल (Karnal of Haryana) में चार संदिग्ध आतंकियों (suspected terrorists) के पकड़े जाने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। कहा जा रहा है कि इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) भारत में खालिस्तान आंदोलन के विस्तार की कोशिश कर रहा है।
बता दें कि गत दिवस हरियाणा और पंजाब पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम किया था। पकड़े गए आतंकी तेलंगाना में विस्फोटकों पहुंचाने की तैयारी कर रहे थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, ये हथियार ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से फिरोजपुर भेजे गए थे।
सूत्रों ने कहा कि ISI चाहती है कि वाधवा सिंह और रिंदा RDX के इस्तेमाल से धमाका करें और अशांति के लिए कुछ स्थानीय नेताओं को मारें और हिंदू-सिख और हिंदू-मुस्लिम तनाव बढ़ाने के मौके तलाशें। सूत्रों ने कहा कि करनाल से गिरफ्तार हुए युवकों में से एक गुरप्रीत ने एजेंसियों को बताया कि उसे रिंदा के इशारे पर ड्रोन के जरिए सीमा पार से खेप मिली थी।
सूत्रों ने जानकारी दी कि जांच में आरोपियों ने एजेंसियों को बताया कि उन्होंने अप्रैल 2022 में भी इस तरह की खेप भेजी थी। सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने कहा कि उन्हें खेप मिलने के 6 घंटे पहले जानकारी मिलती थी। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि एक बार हथियार मिलने के बाद उन्हें खास जगह या राज्य में ले जाने के निर्देश मिलते थे।
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