आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने नीति शास्त्र में जीवन के पहलुओं का जिक्र किया है। चाणक्य की ये नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं। अगर आचार्य चाणक्य के दौर से वर्तमान समय की तुलना की जाए तो आज का समय पूरी तरह से बदल चुका है। लेकिन आज भी आचार्य चाणक्य की नीति शास्त्र में वर्णित बातों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। कई मामलों में उनकी बातें एकदम सही साबित होती हैं।
एक श्लोक के जरिए आचार्य चाणक्य ने बताया है कि आखिर किसी व्यक्ति को परखने के लिए किन चार बातों पर गौर करना चाहिए। अगर आप भी इन बातों को ध्यान में रखते हुए व्यक्ति को परखेंगे तो धोखा खाने से बच सकते है। जानिए चाणक्य की नीति-
आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी व्यक्ति को लेकर तुरंत राय नहीं बनानी चाहिए। सबसे पहले उसके गुणों को परखना चाहिए। यह देखना चाहिए कि वह किस तरह बर्ताव करता है। व्यक्ति सामाजिक प्राणी है या नहीं। दूसरों के साथ किस तरह से व्यवहार करता है, इसे देखकर भी उसके बारे में अंदाजा लगाया जा सकता है।
चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति के काम को देखकर भी उसके स्वभाव का अंदाजा लगाया जा सकता है। अगर वह सूदखोरी करता है तो चालाकी उसके स्वभाव में निश्चित रूप से होगी।
चाणक्य कहते हैं कि आखिरी में व्यक्ति की निजी खूबियां देखनी चाहिए। कुछ गुण व्यक्ति को जन्म के साथ मिलते हैं तो कुछ वह अपने संस्कारों से विकसित करता है। चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति के गुणों से उसके सही और गलत होने का अनुमान लगाया जा सकता है
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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