नई दिल्ली। नोएडा में क्राइम ब्रांच और सेक्टर 20 पुलिस ने 105 रेमडेसिवीर इंजेक्शन बरामद किए। पुलिस ने रचित घई नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया जो इन इंजेक्शन को अवैध तरीके से बेच रहा था। आरोपी एक एक इंजेक्शन को 20 हज़ार से 40 हज़ार में बेच रहा था। गिरफ्तार होने से पहले आरोपी कई इंजेक्शन बेच चुका है। आरोपी ने दिल्ली और मुख्य रूप से पंजाब से अवैध तरीके से हासिल किए थे ये इंजेक्शन। आरोपी का नाम रचित घई है और इसलि गत्ते की फैक्ट्री है।
आरोपी रचित घई की उम्र करीब 32 साल है और ये नोयडा के सेक्टर 168 में रहता है और मुख्य रूप से दिल्ली के सरस्वती विहार का रहने वाला है और कई दिनों से अवैध तरीके से रेमिडीसीवीर इंजेक्शन बेच रहा था। बरामद इंजेक्शन में कुछ बांग्लादेश के भी थे जिनकी कीमत काफी ज्यादा है।
क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर शावेज खान और सेक्टर 20 थाना पुलिस लगातार इस शख्स को टारगेट कर रहे थे। इंसपेक्टर शावेज खान नकली खरीदार बनकर रचित के पास गए और रेमडेसिवीर इंजेक्शन की खरीद की डील की। जब सारे सबूत शावेज खान के हाथ लग गए तो नोयडा सेक्टर 29 से रचित को गिरफ्तार किया।
पुलिस जानने की कोशिश कर रही है कि एक ओर जहां ये रेमडेसिवीर इंजेक्शन पूरे बाजार से गायब है और मरीज़ों को मिल नही रहा, सरकार ने कालाबाज़ारी पर रोक लगा रखी है तो ये इंजेक्शन आरोपी रचित को इतनी बड़ी संख्या में कहां से आए। कौन लोग इस कालाबाज़ारी के पीछे हैं। कहाँ से रचित को बांग्लादेश के इंजेक्शन मिले, कितने इंजेक्शन ये बेच चुका है।
पुलिस फिलहाल ये सारे सवाल जानने की कोशिश कर आरोपी का नेटवर्क खंगाल रही है। पिछले कुछ दिनों से पुलिस को लगातार रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी की खबर मिल रही हैं। मौजूदा समय में देश के कई राज्यों से इस ड्रग की कालाबाजारी को लेकर गिरफ्तार किए गए हैं। नोएडा पुलिस के हाथ चढ़ा यह आरोप पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी है। पुलिस ने आरोपी रचित के कब्जे से डेढ़ लाख रूपये नकद और एक कार भी बरामद की है।
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