नई दिल्ली। रिलायंस जियो (Reliance Jio) इंटरनेट की 2जी और 3जी सेवाएं (2G and 3G internet services) बंद कराना चाहती है। इसके लिए उसने भारत सरकार (Indian government) से आग्रह किया है कि वह दोनों सेवाओं को प्रक्रिया के अनुसार बंद कर दे और 4जी-5जी सेवाओं के विस्तार को गति दें। रिलायंस जियो के साथ कई अन्य टेलिकॉम कंपनियां (Many other telecom companies along Reliance Jio) भी इस प्रस्ताव से सहमत हैं। दूरसंचार नियामक को मांग संबंधी प्रस्ताव सौंप दिया गया है। अगर प्रस्ताव मंजूर हो जाए तो 4जी और 5 जी सेवाओं के और ज्यादा विस्तार के बारे में सोचा जा सकता है। टारगेट पहाड़ों पर सिग्नलों को पहुंचाने का है।
बता दें कि भारत में इंटरनेट यूजर्स के लिए 5G सेवाएं शुरू किए हुए एक साल से अधिक समय हो गया है, जिसमें रिलायंस जियो और एयरटेल प्रमुख हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, अभी लोग 4जी सेवाओं का लुत्फ उठा रहे हैं, लेकिन 5जी को अपनाना अभी उनके लिए आसान नहीं है। रिलायंस जियो का मानना है कि अब समय आ गया है कि सरकार को 2G और 3G सेवाओं को बंद कर देना चाहिए। इसके लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) को एक सटीक नीति और योजना बनाकर काम करना चाहिए। वहीं इसके साइड इफेक्ट पर भी काम करना होगा।
मामले में सबसे दिलचस्प बात यह है कि जियो के पास 2G सेवाएं नहीं हैं, लेकिन एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया के पास हैं। वहीं रिपोर्ट के अनुसार, देश में आबादी का बड़ा हिस्सा आज भी 2जी-3जी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है। अगर यह दोनों सर्विस बंद हो जाएं तो 4जी और 5जी के लिए सिग्नल, बैंडविड्थ और स्पीड ज्यादा होगी। क्योंकि बहुत से लोगों तक नई टेक्नोलॉजी पहुंच नहीं पा रही है, जबकि उन्हें कनेक्टिविटी उपलब्धता कराई गई है। दूसरी ओर, इस प्रस्ताव में पेंच इसलिए फंसेगा, क्योंकि ज्यादातर यूजर्स के लिए स्मार्टफोन पर स्विच करना काफी महंगा होगा।
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