इंदौर। नर्मदा-शिप्रा लिंक (Narmada-Shipra Link) में नर्मदा का पानी बंद करने से शिप्रा नदी 9Shipra River0 के आसपास के गांवों में अभी से ही पानी की कमी होने लगी है। हैंडपंप और बोरिंग (hand pump and boring) में भी अभी से ही जलस्तर गिरने लगा है, जिससे आने वाले दिनों में पीने के पानी की परेशानी भी बढ़ सकती है। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने नर्मदा का पानी छोडऩे की मांग की है, जिससे वे गेहूं के बाद एक और फसल ले सकें।
नर्मदा-शिप्रा लिंक परियोजना के तहत उज्जैनी (Ujjaini) में बनाए गए संगम स्थल से हर साल शिप्रा नदी में पानी छोड़ा जाता है, जिससे नदी के आसपास के गांवों का जल स्तर बढ़ जाता है और किसानों को एक फसल के साथ-साथ गर्मी में पीने का पानी भी आसानी से उपलब्ध हो जाता है, लेकिन इस बार नर्मदा का पानी नहीं छोड़ा जा रहा है, इस कारण शिप्रा नदी सूखी पड़ी हुई है।
नदी सूखने के कारण सांवेर और हाटपीपल्या विधानसभा क्षेत्र (Sanwer and Hatpipalya assembly constituencies) के कई गांवों में अभी से ही जल समस्या सामने आने लगी है। बोरिंग का जलस्तर भी लगातार नीचे जा रहा है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दोनों विधानसभाओं के जानी जलोद, मेलकलमा, भरतपुर, रणायर, डूंगरिया, पटड़ी आदि गांवों का दौरा कर वहां की जानकारी ली। ग्रामीणों ने जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट से नर्मदा का पानी छोडऩे की मांग की है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved