चुनाव हो या टीकाकरण…हर मर्ज की दवा शिक्षक
इंदौर।
15 से 18 साल तक के स्कूली छात्र-छात्राओं (school students) के टीकाकरण अभियान (vaccination campaign) के लिए इंदौर जिले (Indore district) के 700 हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों (higher secondary schools) के 1500 से अधिक टीचरों (teachers) व कर्मचारियों ( employees) को तैनात किया गया है। इनमें शहरी और ग्रामीण दोनों निजी और सरकारी स्कूल शामिल हैं। स्कूलों में भी रजिस्ट्रेशन होगा और इसके लिए टीचरों को ट्रेनिंग (training) दी गई है।
15-18 वर्ष की आयु के बीच के बच्चों के लिए कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण अभियान के लिए शनिवार को 289 केंद्रों, जिनमें से 170 शहरी क्षेत्रों में हैं, को अंतिम रूप दिया गया। स्कूल शिक्षा विभाग ने उन स्कूल टीचरों व कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण आयोजित किया, जिन्हें इस काम के लिए तैनात किया जाएगा।
प्रशिक्षण के लिए शामिल किए गए प्रत्येक स्कूल को जिले के स्वास्थ्य विभाग (Health Department) द्वारा आयोजित प्रशिक्षण के लिए एक नोडल अधिकारी (nodal officer) और कम्प्यूटर ऑपरेटर (computer operator) सहित दो कर्मचारियों को भेजना था। 3 जनवरी से शुरू होने वाले इस अभियान के लिए 143 केंद्र आवंटित किए गए हैं। इंदौर जिले के स्कूल शिक्षा विभाग (school education department) के अतिरिक्त परियोजना अधिकारी नरेंद्र जैन (Narendra Jain) ने बताया कि जिले के 2 लाख से अधिक छात्रों को 10 दिनों में टीका लगाना है, जिसमें ड्रॉप आउट और तकनीकी प्रशिक्षण लेने वालों के अलावा सरकारी और निजी स्कूल के छात्र भी शामिल हैं। कर्मचारियों को दो स्लॉट में बांटा गया और प्रत्येक स्लॉट में निजी और सरकारी स्कूलों के लगभग 1500 कर्मचारी थे। इनमें से अधिकांश निजी स्कूलों के थे। ऑनलाइन पंजीकरण (online registration) के अलावा केंद्रों में स्पॉट पंजीकरण (spot registration) के लिए भी विंडो होगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जो छात्र नामांकन नहीं करा सके, उनका भी हाथोहाथ रजिस्ट्रेशन कर टीका लगाया जा सके। स्वास्थ्य विभाग 2 लाख छात्रों के नामांकन की उम्मीद कर रहा है, जिसमें वे भी शामिल हैं, जो स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पंजीकृत नहीं हैं।
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