नई दिल्ली: चार धाम यात्रा के शुरू होने में अब कुछ ही समय बचा है. इस बार यात्रा 22 अप्रैल से शुरू होने जा रही है. जिसको लेकर उत्तराखंड की धामी सरकार ने सारी तैयारियां कर ली हैं. साल 2022 की तरह इस बार भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बड़ी संख्या में श्रद्धालू चार धाम की यात्रा करने पहुंचेंगे. भक्त अपने अपने ईष्ट के दर्शन करने को कितने उतावले हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केदारनाथ धाम के लिए 27 अप्रैल तक पंजीकरण फुल हो चुका है.
बाबा केदार के दर्शन के लिए 3.70 लाख से अधिक तीर्थयात्री अपना पंजीकरण करा चुके हैं. 22 अप्रैल को गंगोत्री और यमनोत्री के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे. इसके बाद बाबा केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुलेंगे, वहीं बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खोले जाएंगे. इस बार भक्तों की भीड़ का अंदाजा लगाते हुए पर्यटन विभाग ने 21 फरवरी यानि 2 महीने पहले से ही पंजीकरण शुरू कर दिया था. देश के किसी भी कौने से यात्रा करने आने वाले व्यक्ति के लिए पंजीकरण अनिवार्य है.
10 लाख से ज्यादा श्रद्धालु करा चुके हैं रजिस्ट्रेशन
पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक योगेंद्र गंगवार ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी यात्रा शुरू होने में काफी दिन है, लेकिन इसके बावजूद भी 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया है. जिसमें सबसे ज्यादा भक्तों में केदारनाथ का क्रेज देखने को मिल रहा है. उन्होने बताया कि केदारनाथ के लिए अब तक 3.70 लाख श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. सबसे ज्यादा केदारनाथ के लिए ही रजिस्ट्रेशन कराया गया है.
वहीं बद्रीनाथ के लिए 3.09 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है और गंगोत्री के लिए 1.78 वहीं यमुनोत्री के लिए 1.70 लाख श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. वहीं चार धाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भक्तों को भगवान के दर्शन करने के लिए एक निर्धारित समय दिया जाएगा. जब भक्त दर्शन करने के लिए जा रहे होंगे तो उसे पहले श्रद्धालुओं के पंजीकरण का सत्यापन किया जाएगा. बता दें कि जो श्रद्धालु केदारनाथ धाम दर्शन के लिए जा रहे हैं उनके पंजीकरण का सत्यापन सोनप्रयाग में होगा, वहीं बदरीनाथ धाम दर्शन के लिए पांडुकेश्वर, गंगोत्री के लिए हिना और यमुनोत्री के लिए बड़कोट में सत्यापन किया जाएगा.
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