उज्जैन। चुनावी मौसम में प्रॉपर्टी की रजिस्ट्रियाँ भी खूब हो रही हैं। वित्त वर्ष के 3 माह में रजिस्ट्रियों से पंजीयन विभाग ने 90 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाए हैं।
वरिष्ठ जिला पंजीयक ऋतंभरा द्विवेदी ने बताया शहर के भरतपुर ई-रजिस्ट्री कार्यालय और ग्रामीण तहसील के रजिस्ट्रार पंजीयन विभाग ने संपत्तियों की रजिस्ट्री 1 अप्रैल से 30 जून तक कुल 17555 संपत्ति की रजिस्ट्री की गई। संपत्तियों से 90 करोड़ 87 करोड़ रुपये की कमाई हुई है, वही अकेले जून माह में 31 करोड़ रुपये की कमाई रजिस्ट्री से हुई है। जबकि पिछले वर्ष अप्रैल से लेकर जून तक कुल 8394 रजिस्ट्री हुई थी और इनसे 53 करोड़ 81 लाख रुपए की आय पंजीयन विभाग को हुई थी। पिछले वर्ष कोरोना का अप्रैल-मई में कोरोना का लॉकडाउन था और जुलाई में ही पंजीयन कार्यालय शुरू हुआ था, इस कारण जुलाई-अगस्त में रजिस्ट्री का आंकड़ा बढ़ा था। इस बार 3 माह में रजिस्ट्री भी दोगुनी हुई है और कमाई की बात की जाए तो करीब 27 करोड़ रुपए अधिक इन तीन माह में आए।
बीते वित्तीय वर्ष में 57 करोड़ रुपए लक्ष्य से अधिक हुई थी आमदनी
पंजीयन विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक 1 अप्रैल 2021 से 30 मार्च 2022 तक पंजीयन विभाग को आय के रूप में 327 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था जबकि लक्ष्य 270 करोड़ रुपए का था। इस प्रकार लक्ष्य से 57 करोड़ रुपए उज्जैन पंजीयन विभाग ने अधिक कमाए थे, जबकि पिछले वर्ष कोविड का असर भी था। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि जमीन का कारोबार उफान पर है।
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