नई दिल्लीः कोरोना के केसों में पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ोतरी हो रही है. लगातार चौथे दिन शनिवार को देश में 2 हजार से ज्यादा कोरोना मरीज मिले. ऐसे में कोरोना वैक्सीनेशन पर एक बार फिर से फोकस बढ़ रहा है. बड़े लोगों को वैक्सीन लगाए जाने का काम तो चल ही रहा है, अब 6 से लेकर 12 साल तक के बच्चों को भी टीकाकरण के दायरे में लाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं. इस ऐज ग्रुप के बच्चों में कोवैक्सीन लगाने का काम जल्दी ही शुरू होने की संभावना है.
सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी ने इसकी सिफारिश कर दी है. अब ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की अंतिम मुहर का इंतजार है. हाल ही में 5 से 12 साल तक के बच्चों को कॉर्बीवैक्स वैक्सीन लगाए जाने की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी ने सिफारिश की थी. भारत की ही कंपनी बायलोजिकल ई की बनाई ये वैक्सीन फिलहाल 12 से 14 साल की उम्र के बच्चों को सरकारी सेंटरों में लगाई जा रही है. कॉर्बीवैक्स आरबीडी यानी प्रोटीन बेस्ड वैक्सीन है और हैपेटाइटिस बी वैक्सीन की तरह काम करती है. सरकार ने इसकी दो खुराकों की मंजूरी दी है, जो 28 दिन के अंतराल पर नसों के जरिए दी जाती हैं.
सरकार के उच्चस्तरीय सूत्रों के मुताबिक, कोविड टीकाकरण पर सरकार का राष्ट्रीय सलाहकार ग्रुप (NTAGI) अब छोटे बच्चों के लिए भी कॉर्बीवैक्स और कोवैक्सीन का टीकाकरण शुरू करने की विस्तृत गाइडलाइंस बनाने पर काम कर रहा है. इसमें ये बताया जाएगा कि सरकार को कब और कैसे ये टीकाकरण शुरू करना चाहिए. 6 से 12 साल के बच्चों को कोवैक्सीन लगाने के मसले पर 21 और 22 अप्रैल को सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी की बैठक हुई थी. विस्तृत विचार विमर्श के बाद कमिटी ने डीसीजीआई को इसकी सिफारिश करने का फैसला लिया.
भारत बायोटेक ने पिछले साल 2 से 18 साल के बच्चों में कोवैक्सीन के ट्रायल का डाटा सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) को सौंपा था. 11 अक्टूबर 2021 को सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी ने 2 से 18 साल के बच्चों में कोवैक्सीन लगाने का इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन दिया था. इसके बाद डीसीजीआई ने 25 दिसंबर 2021 को 12 साल से ऊपर के बच्चों में कोवैक्सीन के टीकाकरण की मंजूरी दे दी थी.
भारत में बच्चों की वैक्सीन फिलहाल 12 से 14 और 15 से 18 साल के दो ऐज ग्रुप में लगाई जा रही है. पहले ग्रुप में 15 से 18 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन 3 जनवरी से शुरू हुआ. उसके बाद 16 मार्च से 12 साल से बड़े बच्चों को कोविड वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया गया. इसके तहत कोवैक्सीन और कॉर्बीवैक्स लगाई जा रही हैं. सरकार ने कैडिला की डीएनए वैक्सीन ZyCoV-D को भी 12 साल से ऊपर के बच्चों में लगाने की मंजूरी दे रखी है, लेकिन फिलहाल इसका टीकाकरण शुरू नहीं हुआ है.
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