नई दिल्ली: आईपीएल-2022 के लिए जब खिलाड़ियों को रिटेन किया गया था तब कई बड़े बदलाव देखने को मिले थे. कई फ्रेंचाइजियों ने लंबे समय से उनके साथ खेलने वाले खिलाड़ियों को रिटेन नहीं किया था.कुछ ने उन खिलाड़ियों को बाद में नीलामी में खरीदा लेकिन कुछ ने नहीं. युजवेंद्र चहल के साथ यही हुआ.
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ लंबे समय तक खेलने वाले चहल को फ्रेंचाइजी ने रिटेन नहीं किया और फिर बाद में नीलामी में उन्हें खरीद भी नहीं पाई. अब इसे लेकर चहल ने अपनी बात रखी है.
चहल ने यूं तो अपने आईपीएल करियर की शुरुआत मुंबई इंडियंस के साथ की थी, लेकिन फिर बेंगलोर में आ गए और यहां उन्होंने लंबा समय बिताया. चहल ने बेंगलोर के साथ आठ साल आईपीएल खेला. अब वह राजस्थान रॉयल्स के लिए खेल रहे हैं.
चहल ने अब इस मामले को लेकर बड़ा बात कही है. उन्होंने रनवीर इलाहाबादिया के यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में इस मामले को लेकर कहा है कि फ्रेंचाइजी ने उनसे कहा था कि वह नीलामी में चहल पर बोली लगाएगी. चहल ने कहा कि उन्हें फ्रेंचाइजी ने नहीं खरीदा जिसके बाद उन्हें काफी बुरा लगा.
चहल के मुताबिक,बैंगलोर के कारण ही उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका मिला. बैंगलोर में वह आठ साल खेले थे और इसलिए ये उनके परिवार की तरह था. चहल ने उन सभी बातों का भी खंडन किया जिसमें कहा गया था कि लेग स्पिनर ने बेंगलोर से बड़ी रकम की मांग की थी.
चहल ने कहा कि उन्हें सबसे ज्यादा इस बात का बुरा लगा कि फ्रेंचाइजी की तरफ से इस मामले को लेकर किसी तरह का फोन या किसी तरह का संपर्क नहीं किया गया. चहल ने बताया कि फ्रेंचाइजी ने उनसे कहा था कि वह नीलामी में उनको खरीदने के लिए पूरी जान लगा देगी, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो वह काफी गुस्सा हो गए.
चहल फ्रेंचाइजी के रवैये से इतने नाराज थे कि उन्होंने बेंगलोर के किसी खिलाड़ी से बात नहीं की थी. चहल ने कहा कि वह बेंगलोर के लिए आठ साल तक खेले लेकिन जब फ्रेंचाइजी ने उन्हें नहीं खरीदा तो वह काफी गुस्सा हो गए और फ्रेंचाइजी के कोच से बात भी नहीं की. उन्होंने कहा कि बैंगलोर के खिलाफ जब उन्होंने पहला मैच खेला तो किसी से बात तक नहीं की.
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