नई दिल्ली (New Delhi)। बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) और पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) के बाद निजी क्षेत्र के आरबीएल बैंक (private sector RBL bank) ने भी अपने ग्राहकों को झटका दिया है। आरबीएल बैंक ने विभिन्न अवधि के कोषों की सीमांत लागत आधारित उधारी दर (एमसीएलआर) (Marginal Cost Based Lending Rate (MCLR)) में 0.20 फीसदी का इजाफा (0.20 percent increase) किया है। इस बढ़ोतरी के बाद आरबीएल बैंक से लोन लेना महंगा हो जाएगा। बैंक की नई दरें 22 फरवरी से लागू हो गई हैं।
आरबीएल बैंक ने बुधवार को जारी एक बयान में बताया कि एमसीएलआर में 0.20 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। बयान के मुताबिक एक रात के लिए बैंक का एमसीएलआर बढ़कर 8.95 फीसदी, एक महीने के लिए 9.05 फीसदी, तीन महीने के लिए यह 9.35 फीसदी, छह महीने के लिए 9.75 फीसदी और एक साल के लिए एमसीएलआर 10.15 फीसदी हो गया है।
एमसीएलआर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) द्वारा विकसित एक पद्धति है, जिसके आधार पर ही बैंक लोन के लिए ब्याज दर निर्धारित करते हैं। इससे पहले सभी बैंक बेस रेट के आधार पर ही अपने ग्राहकों के लिए ब्याज दर तय करते थे। बैंक के एमसीएलआर में इजाफा से होम, कार सहित अन्य लोन महंगे हो जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि आरबीआई ने 8 फरवरी को अपने रेपो रेट में इजाफा किया था। रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति की समीक्षा के बाद रेपो रेट में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की थी, जो अब बढ़कर 6.50 फीसदी हो चुकी है। आरबीआई के रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद कई बैंकों ने एमसीएलआर में इजाफा किया है। (एजेंसी, हि.स.)
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