डेस्क: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में कोई बदलाव ना करने और आरबीआई ने अपने रुख को सख्त रहने के संकेत दिए हैं. जिसकी जवह से शेयर बाजार के दोनों प्रमुख सूचकांकों में बड़ी गिरावट देखने को मिली. आरबीआई के अनुसार फूड इंफ्लेशन के लगातार ऊंचाई देखने को मिल रही है. जिसकी वजह से ओवरऑल महंगाई में असर देखने को मिल रहा है. जिसकी वजह से आने वाली साइकिल के लिए भी आरबीआई का रुख हॉकिश रह सकता है.
आरबीआई के फैसले के असर से जहां सेंसेक्स में 582 अंकों की गिरावट देखने को मिली है. वहीं दूसरी ओर निफ्टी 180 अंक गिरकर बंद हुआ है. जबकि एक दिन पहले शेयर बाजार में 870 से ज्यादा अंकों का इजाफा देखने को मिला था. जानकारों का कहना है कि आरबीआई का रुख उम्मीद से ज्यादा सख्त देखने को मिला है. इस गिरावट की वजह से शेयर बाजार निवेशकों को 2.82 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.
बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में एक दिन की तेजी के बाद बड़ी गिरावट देखने को मिली. आंकड़ों के अनुसार सेंसेक्स 582 अंकों की तेजी के साथ 78,886.22 अंकों पर बंद हुआ. कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स 78,798.94 अंकों के साथ दिन के लोअर लेवल पर भी पहुंचा. वैसे आज सेंसेक्स 79,420.49 अंकों के साथ ओपन हुआ था. एक दिन पहले सेंसेक्स में 875 अंकों की तेजी देखने को मिली थी.
वहीं दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की प्रमुख सूचकांक निफ्टी 180 अंकों की गिरावट के साथ 24,117 अंकों पर बंद हुआ. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी 24,079.70 अंकों के साथ दिन के लोअर लेवल पर भी पहुंचा. वैसे गुरुवार को निफ्टी 24,248.55 अंकों पर ओपन हुआ था. एक दिन पहले निफ्टी में 305 अकों की तेजी देखने को मिली थी.
पहले गिरावट वाले शेयरों की बात करें तो एनएसई पर सबसे बड़े लूजर के रूप में एलएंडटी आईएम उभरा, जिसमें 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली. ग्रासिम के शेयर 3.60 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए. वहीं दूसरी ओर एशियन पेंट्स और अपोलो हॉस्पिटल्स के शेयर में 3 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई है. वहीं दूसरी ओर इंफोसिस का शेयर 2.94 फीसदी लुढ़का. तेजी वाले शेयरों की बात करें तो टाटा मोटर्स और एचडीएफसी लाइफ के शेयर में डेढ़ फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है. वहीं एसबीआई लाइफ सिपला और एचडीएफसी बैंक के शेयर में 1 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखी गई.
एक दिन पहले शेयर बाजार निवेशकों को अच्छी रिकवरी हुई थी और 9 लाख करोड़ रुपए झोली में आए थे. उससे पहले लगातार तीन दिन की गिरावट की वजह से 22 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था. अगर बात बुधवार की करें तो निवेशकों को 2.82 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. आंकड़ों के अनुसार एक दिन पहले बीएसई कर मार्केट कैप 4,48,57,306.55 करोड़ रुपए था जो घटकर 4,45,75,507.12 करोड़ रुपए पर आ गया है.
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