नई दिल्ली। गोल्ड लोन (Gold Loan) में बढ़ती खामियों को लेकर आरबीआई ने रुख (RBI Strict regulations) कड़ा कर लिया है। अब गोल्ड लोन कंपनियों (Gold Loan Companies) को सुनिश्चित करना होगा कि सोने की शुद्धता, वजन आदि की जांच के लिए एक मानकीकृत प्रक्रिया अपनाई जाएगी। ऋणदाता की सभी शाखाओं में इस प्रक्रिया को एक समान रूप से अपनाया जाना चाहिए।
आरबीआई ने बुधवार को गोल्ड लोन से संबंधित मसौदा जारी किया। इसके मुताबिक, सभी प्रक्रियाओं का विवरण ग्राहकों की जानकारी के लिए ऋणदाताओं की वेबसाइट पर प्रदर्शित किया जाएगा। ऋणदाता ग्राहक की मौजूदगी में ही कर्ज मंजूर करेंगे और गारंटी परीक्षण करेंगे। परीक्षण प्रक्रिया में पत्थर के वजन आदि से संबंधित कटौतियों के बारे में ग्राहक को समझाया जाएगा। जारी किए जाने वाले प्रमाणपत्र में इसका विवरण शामिल होगा। लोन एग्रीमेंट में प्रतिभूति के रूप में लिए गए सोने के गारंटी का विवरण, मूल्य, नीलामी प्रक्रिया की जानकारी और नीलामी के लिए हालात, नीलामी आयोजित होने से पहले ऋण के पुनर्भुगतान/निपटान के लिए उधारकर्ता को दी जाने वाली नोटिस अवधि का विवरण शामिल होना चाहिए।
अशिक्षित ग्राहकों को गवाह की मौजूदगी में बतानी होंगी शर्तें
कर्ज लेने वालों के साथ सभी संचार विशेष रूप से ऋण की शर्तें या अन्य महत्वपूर्ण बातें जो उधारकर्ता या ऋणदाता के हित को प्रभावित करते हैं, उन्हें ग्राहक की भाषा में ही बताना होगा। इसमें निर्धारित सोने के मूल्य के अनुपात में कर्ज का उल्लंघन आदि भी शामिल होंगे। अशिक्षित ग्राहकों को गवाह की उपस्थिति में महत्वपूर्ण नियम और शर्तें समझानी होंगी।
कंपनियों के शेयर टूटे
आरबीआई की सख्ती से गोल्ड लोन कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही। मुथूट फाइनेंस 6.70 फीसदी टूट गया। आईआईएफएल फाइनेंस 2.56 फीसदी और मणण्पुरम फाइनेंस 1.75% गिरकर बंद हुआ।
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