नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एचडीएफसी बैंक के डिजिटल लॉन्च पर लगी रोक हटा दी है। बैंक ने 12 मार्च को स्टॉक एक्सचेंजों को इस बारे में बताया है। इससे एचडीएफसी बैंक (HDFC bank) के लिए नए बिजनेस प्लान (business plan) को पूरा करने का रास्ता खुल गया है। एचडीएफसी बैंक पर लगी रोक आंशिक रूप से पिछले साल अगस्त में हटाई गई थी।
एचडीएफसी बैंक ने कहा है, “आरबीआई ने बिजनेस जेनरेटिंग एक्टिविटीज पर लगी रोक हटा दी है। बैंक ने डिजिटल 2.0 प्रोग्राम के तहत यह प्लान बनाया था। इस बारे में स्टॉक एक्सचेंजों (stock exchanges) को जानकारी दे दी गई है।” केंद्रीय बैंक ने दिसंबर 2020 में एचडीएफसी बैंक के खिलाफ यह कदम उठाया था।
आरबीआई ने एचडीएफसी बैंक के डाटा सेंटर में बार-बार आउटेज (गड़बड़ी) के बाद यह कदम उठाया था। इससे एचडीएफसी बैंक के लिए डिजिटल 2.0 प्रोग्राम के तहत एक्टिविटिज लॉन्च करने पर बैन लग गया था।
आरबीआई ने एचडीएफसी बैंक को डाटा सेंटर में होने वाली गड़बड़ी के लिए जिम्मेदारी भी तय करने के लिए कहा था। उसने इसकी पीछे की वजहों का पता लगाने का भी निर्देश दिया था। पिछले साल अगस्त में बैंक पर लगी रोक आंशिक रूप से हटा ली गई थी। इससे बैंक के लिए नए क्रेडिट कार्ड (Credit Card) जारी करने का रास्ता खुल गया था।
रेस्ट्रिक्शंस आंशिक रूप से हटने के बाद एचडीएफसी बैंक ने रिकॉर्ड संख्या में क्रेडिट कार्ड जारी करने का दावा किया था। रेस्ट्रिक्शंस (Restrictions) पूरी तरह हटने की खबर पर एचडीएफसी बैंक ने बैंकिंग रेगुलेटर (banking regulator) का आभार जताया। उसने कहा है कि हम कंप्लायंस के हाइएस्ट स्टैंडर्ड के पालन के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
एचडीएफसी बैंक ने कहा, “हमने इस पीरियड का इस्तेमाल शॉर्ट टर्म, मीडियम टर्म और लॉन्ग टर्म प्लान तैयार करने के लिए किया। इससे हमें अपने कस्टमर्स की डिजिटल रिक्वायरमेंट पूरी करने में मदद मिलेगी। आने वाले दिनों में इसकी शुरुआत कर दी जाएगी।”
एचडीएफसी प्राइवेट बैंक है। यह देश के बड़े बैंकों में से एक है। पिछले दो दशकों में इसने शानदार ग्रोथ हासिल की है। शुक्रवार को इसके शेयर मामूली वृद्धि के साथ 1396 रुपये पर बंद हुए।
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