नई दिल्ली: मई के पहले हफ्ते में भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई (RBI) ने मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी यानी एमपीसी (MPC) की बैठक बुलाकर रेपो रेट में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया था. अब आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने फिर रेपो रेट (Repo Rate) में इजाफे के संकेत दिए हैं. बता दें कि रेपो रेट में इजाफे की वजह से होम लोन, कार लोन लेने वालों पर ईएमआई का बोझ बढ़ सकता है.
केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती के बाद सोमवार को शक्तिकांत दास ने सीएनबीसी-टीवी18 चैनल के साथ बातचीत में कहा कि आगे होने वाली एमपीसी की बैठक में रेपो रेट में बढ़ोतरी होगी. उन्होंने कहा कि एमपीसी महंगाई को नियंत्रण में रखने के लिए ब्याज दर बढ़ाना जारी रखेगी, लेकिन यह कहना जल्दबाजी होगी कि रेपो रेट बढ़कर प्री-कोविड लेवल पर पहुंच जाएगा.
दास ने कहा, ”रेट बढ़ोतरी का अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल काम नहीं है. रेपो रेट थोड़ा बढ़ेगा, लेकिन कितना बढ़ेगा, इसको लेकर मैं अभी कुछ नहीं कह सकता. लेकिन यह मानना सही नहीं होगा कि यह बढ़कर 5.15 फीसदी हो जाएगा. मार्केट का यह अंदाजा सही है कि एमपीसी अगली बैठक में रेट बढ़ाना चाहती है.”
आरबीआई की एमपीसी की बैठक 6-8 जून तक होने वाली है. शक्तिकांत दास 8 जून को एमपीसी की बैठक के फैसलों के बारे में बताएंगे. महंगाई को लेकर दास ने कहा कि अब महंगाई को कंट्रोल में करने के लिए तालमेल के साथ फिस्कल और मॉनेटरी एक्शन लिए जा रहे हैं. हाल में उठाए गए फिस्कल कदम से आने वाले समय में महंगाई पर असर पड़ेगा.
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