नई दिल्ली। खुदरा कर्ज खासकर पर्सनल लोन 9personal loan) और अन्य असुरक्षित कर्ज में बेतहाशा वृद्धि पर आरबीआई (RBI) ने चिंता जताई है। दास ने कहा कि बिना गारंटी वाले कर्ज वित्तीय स्थिरता (financial stability) के लिए खतरा हैं। ऐसे में हम उम्मीद करेंगे कि हालात पर नियंत्रण के लिए बैंक, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां और फिनटेक आंतरिक निगरानी तंत्र मजबूत करें। साथ ही, मजबूत जोखिम प्रबंधन भी लागू करें।
केंद्रीय बैंक के डिप्टी गवर्नर जे स्वामीनाथन (J Swaminathan) ने कहा, गवर्नर की इस संबंध में टिप्पणियां सिर्फ एक सलाह है। स्वामीनाथन ने चेतावनी दी कि बैंक व एनबीएफसी (Banks and NBFC) पर इस पर कार्रवाई नहीं करते हैं तो आरबीआई खुद इसकी जांच करेगा। पिछले दो वर्षों में कुल बैंकिंग कर्ज 12-14 फीसदी बढ़े हैं। इस दौरान असुरक्षित खुदरा कर्ज में 23 फीसदी वृद्धि हुई है, जो नियामक के लिए चिंता की बात है।
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