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    गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल थे रॉ ऑफिसर, ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की रिपोर्ट में सनसनीखेज दावा

  • April 30, 2024

    वॉशिंगटन. अमेरिका (America)  में विक्रम यादव (vikram yadav) नामक रॉ अधिकारी (RAW officers)  सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) की हत्या (killing) की साजिश (Conspiracy) में शामिल थे और इस कदम को भारतीय जासूसी एजेंसी के तत्कालीन प्रमुख सामंत गोयल (Samant Goel) ने मंजूरी दी थी. मीडिया की एक खबर में यह दावा किया गया है. पन्नू खालिस्तान (Khalistan) आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक है और सिख फॉर जस्टिस (SFJ)) का कानूनी सलाहकार और प्रवक्ता है. एसएफजे का उद्देश्य एक अलग सिख राष्ट्र के विचार को बढ़ावा देना है. भारत सरकार ने पन्नू को आतंकवादी घोषित किया है.


    ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ अखबार की एक खबर में कहा गया है, “उत्तरी अमेरिका में भारत के इस अभियान से पश्चिमी देशों के सुरक्षा अधिकारी स्तब्ध रह गए.” अखबार की खबर में कहा गया है, “यादव की पहचान और संबद्धता पहले सामने नहीं आ पाई थी. यह खोजी रिपोर्ट आज तक का सबसे ठोस सबूत प्रदान करती है कि हत्या की साजिश भारतीय जासूसी एजेंसी ने रची थी, जिसे अमेरिकी अधिकारियों ने नाकाम कर दिया.”

    खबर में कहा गया कि पश्चिमी देशों के वर्तमान और पूर्व सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, रिसर्च एंड एनालिसस विंग (रॉ) के शीर्ष अधिकारियों को भी सीआईए, एफबीआई और अन्य अमेरिकी एजेंसियों की व्यापक जांच के तहत अभ्यारोपित किया गया है.

    ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ अखबार का स्वामित्व ‘अमेजन’ के संस्थापक और अरबपति कारोबारी जेफ बेजोस के पास है’ अखबार की खबर में कहा गया कि वह सीमा पार ऐसे मामलों में वृद्धि की पड़ताल कर रहा है. इस खबर के लिए ‘वाशिंगटन पोस्ट’ के पत्रकारों ने नई दिल्ली, वॉशिंगटन, ओटावा, लंदन, प्राग और बर्लिन में अधिकारियों, विशेषज्ञों और लक्षित व्यक्तियों के साथ दर्जनों साक्षात्कार किए.

    अखबार ने दावा किया, “अमेरिकी सरकार की आंतरिक रिपोर्ट में, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने आकलन है कि पन्नू को निशाना बनाने वाले अभियान को उस समय रॉ प्रमुख सामंत गोयल ने मंजूरी दी थी.”

    खबर में कहा गया कि यह निष्कर्ष पूर्व वरिष्ठ भारतीय सुरक्षा अधिकारियों द्वारा ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ को उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुरूप है जिन्हें अभियान का पता था और बताया गया कि गोयल विदेशों में सिख चरमपंथियों के कथित खतरे को खत्म करने के लिए अत्यधिक दबाव में थे.

    इसमें कहा गया, “अमेरिकी जासूसी एजेंसियों ने फिलहाल आकलन किया है कि प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को शायद रॉ की सिख कार्यकर्ताओं को खत्म करने के इरादे के बारे में पता था, लेकिन अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि कोई परिस्थितिजन्य सबूत सामने नहीं आया है.” अधिकारियों के हवाले से ‘द वॉशिंगटन पोस्टट ने कहा, हत्या की नाकाम कोशिश एशिया, यूरोप और उत्तरी अमेरिका में भारतीय प्रवासियों के खिलाफ रॉ के बढ़ते आक्रामक अभियान का हिस्सा थी.

    अमेरिका में पन्नू को मारने की कथित साजिश पिछले साल जून में कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून को हुई घातक गोलीबारी के साथ मेल खाती है। पश्चिमी देशों के अधिकारियों के अनुसार वह अभियान भी यादव से जुड़ा था. अखबार की खबर में यह भी कहा गया है कि राष्ट्रपति जो बाइडन के नेतृत्व वाली अमेरिकी सरकार ने यादव के खिलाफ कोई आरोप लगाने से परहेज किया है.

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