उज्जैन। कलेक्टर आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने शुक्रवार को जिले में विगत एक माह में माफिया अभियान के तहत चिन्हित अपराधियों, मिलावट के विरुद्ध कार्रवाई व खनिज माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में जानकारी दी गई कि पुलिस द्वारा अब तक 25 ऐसे अपराधियों का कच्चा चिट्ठा तैयार किया गया है, जो विभिन्न माफिया गतिविधियों में शामिल हैं। शीघ्र ही इन अपराधियों के विरुद्ध पुलिस, प्रशासन एवं नगर निगम द्वारा समन्वित कार्रवाई करते हुए इनके अवैध निर्माण एवं अवैध व्यापार को नेस्तनाबूत किया जाएगा।
माफियाओं की सूची को अन्तिम रूप एडीएम एवं एएसपी को देने के निर्देश बैठक में दिये गये। बैठक में नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, एडीएम संतोष टैगोर, एएसपी अमरेंद्र सिंह एवं विभिन्न विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में ड्रग इंस्पेक्टर को विष अधिनियम के तहत विभिन्न लायसेंसधारी कैमिकल विक्रेताओं पर नजर रखने के निर्देश दिये गये। यह सुनिश्चित करने के लिये कहा गया कि जिन वस्तुओं का लायसेंस हो विक्रेता उन्हीं का विक्रय करें एवं उनके स्टाक का वेरिफिकेशन किया जाये। साथ ही नशे के लिये प्रयोग में ली जाने वाली औषधियों की बिक्री स्टाक पर निरन्तर नजर रखी जाये।
आबकारी विभाग द्वारा विभिन्न कार्रवाई में राजसात किये गये 300 वाहनों की शीघ्र नीलामी करने के निर्देश दिये गये। साथ ही अवैध शराब के प्रकरणों को भी दर्ज करने के लिये कहा गया। चिटफंड वाले मामलों में अटैच की गई सम्पत्ति की नीलामी करने के निर्देश दिये गये। जिले के विभिन्न थानों में अनक्लेम्ड जप्त वाहनों की थानावार संख्या प्रत्येक तहसील को उपलब्ध कराई जाएगी। इन वाहनों की नीलामी की कार्रवाई तहसील स्तर पर एसडीएम को करने के निर्देश दिये गये।
मिलावट के विरुद्ध अभियान निरन्तर जारी रखने के लिये कहा गया है। दूध, मावा, घी, ड्रायफ्रूट्स आदि के नमूने लेकर मिलावट पर अंकुश लगाई जाये। इसी तरह फलों पर वेक्स लगाने के मामले एवं दालों पर पॉलिश करने के मामलों में जांच कर सेम्पल लेने के निर्देश दिये गये हैं। बैठक में बताया गया कि उन्हेल एवं नागदा से बड़ी मात्रा में मावा रेल के द्वारा दूसरे प्रदेश में भेजा जाता है। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने मावा व्यापार पर नजर रखते हुए निरन्तर सेम्पल लेकर मावे की शुद्धता बनाये रखने के लिये कहा है। साथ ही मिलावट करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।
बैठक में जानकारी दी गई कि खाद, बीज, पेस्टीसाइट की जांच के लिये जिले में उर्वरक के 172 नमूने लिये गये, इनमें 20 अमानक पाये गये, जिनके लायसेंस निरस्त कर दिये गये हैं। इसी तरह बीज विक्रेताओं से 306 सेम्पल लिये गये। इनमें चार अमानक पाये गये। इन पर कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर ने उर्वरक एवं पेस्टीसाइट के मामले में प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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