भागवत की सभा पर पीएम की सुरक्षा भारी!
भोपाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के समागम का स्थान बदलना पड़ा है। दरअसल मोहन भागवत 31मार्च को भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर सिंधी समाज के समागम को संबोधित करने आ रहे हैं। इस महाकुंभ में देश विदेश से एक लाख से अधिक सिंधी समाज के लोग आने वाले हैं। इस समागम के लिए काफी पहले से लाल परेड ग्राउंड की बुकिंग हो चुकी थी। अचानक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी 1 अप्रेल को भोपाल आने का कार्यक्रम बन गया। वे मिंटो हॉल में भारतीय सेना के कार्यक्रम में शामिल होंगे। मोदी विमान से भोपाल एयरपोर्ट आएंगे। एयरपोर्ट से हेलीकाप्टर से लाल परेड ग्राउंड उतरकर मिंटो हॉल पहुंचेंगे। एसपीजी के आदेश पर राज्य सरकार ने डॉ. मोहन भागवत के कार्यक्रम की लाल परेड ग्राउंड की अनुमति रद्द कर दी है। अब यह कार्यक्रम भेल दशहरा मैदान पर होगा। शायद किसी भी राज्य में पहली बार ऐसा हो रहा होगा कि नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा के कारण मोहन भागवत के कार्यक्रम का स्थान बदला जा रहा हो!
चर्चा में कृषि मंत्री कमल पटेल की 500 करोड़ की सम्पत्ति!
मप्र के कृषि मंत्री कमल पटेल की 500 करोड़ की सम्पत्ति पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। दरअसल कमल पटेल के ही एक पुराने कार्यकर्ता ने हरदा में कमल पटेल के खेतों और वेयरहाउसों के सामने खड़े होकर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए दावा किया है कि कमल पटेल की 500 करोड़ की सम्पत्ति सिर्फ हरदा में है। यह सम्पति गलत तरीकों से बनाई गई है। शिक्षक से आम आदमी पार्टी के नेता बने आनन्द जाट का परिवार कमल पटेल का समर्थक रहा है। कमल पटेल ने किसी बात को लेकर आनन्द जाट पर एफआईआर दर्ज कराकर उन्हें जेल भिजवा दिया था। जेल से छूटने के बाद आनन्द जाट ने पटेल परिवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वीडियो में आनन्द ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूछा है कि कमल पटेल के यहां इनकम टैक्स और ईडी की टीम कब भेजोगे?
एडीजी ने रिश्वत में लिये एसी, वाटरकूलर और फ्रिज!
मप्र पुलिस मुख्यालय में तैनात एक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्तर के अफसर पर आरोप है कि उन्होंने कोरोना काल में पुलिस की खरीदारी के दौरान सप्लायर से अपने निजी बंगले के लिए कई एसी, वाटरकूलर और बड़ा सा फ्रिज बतौर रिश्वत न केवल लिया है, बल्कि सप्लायर ने इसकी डिलेवरी उनके गृहराज्य में बन रहे उनके शानदार बंगले में की है। एडीजी से नाराज पुलिस के ही कुछ अफसरों ने एक वकील के माध्यम से एडीजी के कार्यकाल में हुई खरीदी को लेकर पुलिस मुख्यालय में आरटीआई लगाने की तैयारी कर ली है। इन एडीजी के कथित भ्रष्टाचार को लेकर दो आरटीआई पहले भी लग चुकी हैं। यानि रिटायरमेंट के पहले एडीजी किसी बड़ी मुसीबत में फंसते दिख रहे हैं।
कांग्रेस आईटी सेल से चारों लड़कियों को हटाया
मप्र कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के बंगले पर संचालित कांग्रेस के आईटी सेल से अचानक चारों लड़कियों को हटाने का मुद्दा गर्म हो गया है। यह चारों लड़कियां अपना व्राइट कैरियर छोड़कर लंबे समय से कांग्रेस के लिये काम कर रही थीं। संयोग से चारों लड़कियों के परिवार कई पीढिय़ों से कांग्रेस से जुड़े हैं। जिन लड़कियों को हटाया गया है, उनमें एक कांग्रेस विधायक की बेटी है, एक कांग्रेस जिलाध्यक्ष की सगी बहन है, एक प्रदेश कांग्रेस महासचिव की बेटी है और एक पन्ना में बीस वर्ष कांग्रेस जिलाध्यक्ष रहे व्यक्ति की पोती है। अचानक हटाये जाने से चारों लड़कियां स्वयं को ठगा सा महसूस कर रही हैं। यह भी खबर आ रही है कि आईटी सेल के चीफ ने कमलनाथ को बिना बताये इन्हें हटाने का फैसला किया है। चारों लड़कियों के परिजन इस फैसले से आग बबूला बताये जा रहे हैं।
मप्र की राजनीति में युवराज की एन्ट्री
मप्र की राजनीति में सबसे बड़े सिंधिया राजपरिवार के युवराज महाआर्यमन सिंधिया की एन्ट्री हो चुकी है। चर्चा है कि वे अगला विधानसभा चुनाव ग्वालियर पूर्व सीट से लड़ सकते हैं। इस सीट को पिछले उपचुनाव में कांग्रेस ने भाजपा से छीन लिया था। इस सीट पर व्यापारियों की संख्या काफी है जिनका झुकाव महल की ओर से रहता है। फिलहाल इस सीट को युवराज के लिये सबसे सुरक्षित मानकर उनकी सक्रियता बढ़ा दी गई है। महाआर्यमन सिंधिया ग्वालियर में सरकारी व गैर सरकारी आयोजनों में शामिल होने लगे हैं। सिंधिया समर्थक मंत्री उन्हें पूरे सम्मान से मंच पर बिठा रहे हैं। जूनियर सिंधिया ने ग्वालियर के युवाओं से सीधा संवाद शुरु कर दिया है और वे राजनीति के दांवपेंचों को समझने की कोशिश भी कर रहे हैं। मप्र क्रिकेट एसोसिएशन में भी सदस्य के रूप में शामिल हो चुके हैं।
दो विधायकों की दुश्मनी अब दोस्ती में बदली
रमजान के पवित्र महीने में भोपाल में कांग्रेस के दोनों विधायकों आरिफ अकील और आरिफ मसूद ने 35 वर्ष की दुश्मनी खत्म करके दोस्ती का हाथ मिला लिया है। खास बात यह है कि इस दोस्ती के लिए वरिष्ठ विधायक आरिफ अकील स्वयं चलकर आरिफ मसूद के घर पहुंचे। उनके पिता को हार पहनाया। बदले में आरिफ मसूद ने आरिफ अकील और उनके बेटे आतिफ अकील को गले लगाया। मजेदार बात यह भी है कि एक तसला मिट्टी बुलाई गई। दोनों विधायकों ने हाथ लगाकर इस मिट्टी को कोने में डालते हुए शपथ ली कि अब पुराने सभी विवादों पर मिट्टी डालकर दोस्ती की नई इबारत लिखेंगे। एक दूसरे से बात भी नहीं करने वाले यह दोनों विधायक अब आपको भोपाल में एक साथ नजर आएंगे। खबर है कि आरिफ अकील ने यह दोस्ती अपने बेटे की पहल पर की है। अकील के स्थान पर अगला चुनाव उनका बेटा लडऩा चाहता है।
और अंत में…!
यह खबर भोपाल के लिए अच्छी नहीं है। भोपाल के सबसे बड़े बिल्डर दिलीप सूर्यवंशी की कंपनी दिलीप बिल्डकॉन के शेयर लगातार लुढ़कते हुए अब मात्र 174 रुपये के आसपास आ गये हैं। 2018 में उनके शेयर की कीमत 1200 रुपये से ऊपर थी। दिलीप भाई मप्र के सबसे धनाढ्य व्यक्ति बन गये थे। उनकी व्यक्तिगत सम्पत्ति 4100 करोड़ आंकी गई थी। एक सीबीआई छापे ने कंपनी को भारी नुकसान पहुंचा दिया है।
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