नई दिल्ली. क्रिकेट हमेशा भद्रजनों का खेल नहीं होता है और कभी ऐसे क्षण भी होते हैं जब क्रिकेटर अपने ही साथियों और दोस्तों के खिलाफ भी आपा खो देते हैं. हालांकि ज्यादातर बार खिलाड़ी अपने विरोधी टीम से उलझ जाते हैं लेकिन कभी-कभार भावनाओं का ऐसा ज्वार उठता है जब क्रिकेटर्स अपनी दोस्ती को भी भूल जाते हैं.
चेन्नई सुपर किंग्स में महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में खेलने वाले रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) और सुरेश रैना (Suresh Raina) की ऑन-फील्ड केमिस्ट्री जबरदस्त है. लेकिन 8 साल पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ एक वनडे मैच में जडेजा ने रैना पर बुरी तरह भड़क गए थे. 2013 में कैरेबियाई द्वीप में भारत के सेलकॉन कप त्रिकोणीय सीरीज खेल रहा था जिसमें श्रीलंका और मेजबान वेस्टइंडीज भी शामिल थे. यह सीरीज चैंपियंस ट्रॉफी 2013 के बाद ठीक बाद हुई थी.
भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जडेजा के दम पर इंग्लैंड को पांच रन से हराकर सीरीज पर कब्जा किया था. महेंद्र सिंह धोनी चोटिल होने की वजह से वेस्टइंडीज के दौरे पर नहीं गए थे जिसकी वजह से विराट कोहली को पहली बार भारतीय टीम की कप्तानी मिली थी. इस त्रिकोणीय सीरीज के चौथे मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट खोकर 311 रन बनाए. कोहली ने 83 गेंदों में 102 रनों की पारी खेली थी जबकि शिखर धवन ने 69 रन बनाए थे.
वेस्टइंडीज की टीम एक समय 113 रन पर आठ विकेट खोकर संघर्ष कर रही थी. मैच के 32वें ओवर में जडेजा गेंदबाजी करने आए. क्रीज पर केमार रोच और सुनील नरेन बल्लेबाजी कर रहे थे. ओवर की चौथी गेंद पर नरेन ने जडेजा की गेंद पर लंबा हिट लगाने का प्रयास किया लेकिन गेंद बाउंड्री लाइन से पहले हवा में बहुत ऊपर चली गई. उस समय भारत के सर्वश्रेष्ठ फील्डर कहे जाने रैना ने नरेन का कैच टपका दिया. इसके बाद जडेजा ने रैना ने पर अपना आपा खो दिया. ज्यादा बात बिगड़ने पर कप्तान कोहली और इशांत शर्मा को बीच-बचाव करना पड़ा. भारत ने वेस्टइंडीज को 171 रन पर ऑलआउट कर यह मैच 102 रनों से जीता था.
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