नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और हेड कोच रवि शास्त्री का मानना है कि टीम इंडिया में ऐसे बल्लेबाजों की कमी है, जिनमें बैटिंग के साथ-साथ गेंदबाजी करने का भी कीड़ा हो। शास्त्री ने मौजूदा समय में टीम इंडिया की सबसे बड़ी मुश्किल पर बात करते हुए कहा कि पहले वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, युवराज सिंह और सुरेश रैना जैसे खिलाड़ी थे, पिछले 3-4 साल में टीम इंडिया को ऐसे खिलाड़ियों की कमी खली है। शास्त्री 2017 से 2021 के बीच में टीम इंडिया के हेड कोच रहे हैं और बहुत करीब से टीम को समझा है।
शास्त्री ने कहा, ‘पहले सहवाग, सचिन, युवराज और रैना थे, लेकिन पिछले तीन-चार साल में ऐसा कोई नहीं रहा है। इससे टीम का पूरा बैलेंस हिल गया है। तो ऐसे में दीपक हुड्डा और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ियों को देखकर अच्छा लग रहा है। जो गेंदबाजी भी कर सकते हैं और बल्लेबाजी भी।’
जब शास्त्री से पूछा गया कि टीम इंडिया को पिछले कुछ समय में ऑलराउंडर्स की कमी क्यों खली है, तो उन्होंने इसके जवाब में कहा, ‘कप्तान और सिलेक्टर्स के बीच बेहतर कम्युनिकेशन से बात बन सकती है। जहां सिलेक्टर्स को यह बात कही जाए कि उन्हें टॉप-6 में ऐसे खिलाड़ी चाहिए जो टीम के लिए चार-पांच ओवर भी कर सकें। कप्तान कहे कि मुझे ऐसे चार-पांच खिलाड़ी चाहिए और आप डोमेस्टिक लेवल पर ऐसे खिलाड़ी खोजकर लाएं।’
शास्त्री ने आगे कहा, ‘बात यह है कि ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्हें गेंदबाजी करने में भी मजा आता है। जिनके अंदर गेंदबाजी करने का भी कीड़ा हो। जैसे तेंदुलकर में वह कीड़ा था। वह जब बल्लेबाजी कर लेते थे तो बोलते थे कि मुझे फर्क नहीं पड़ता, वह गेंद भी लेते थे और फिर लेग स्पिन, ऑफ स्पिन जैसी अलग-अलग गेंद भी फेंकते थे। तो यह कीड़ा होना चाहिए। अजय जडेजा भी ऐसा करते थे। आपके देश में 1.4 विलियन लोग हैं, और आप मुझसे कह रहे हैं कि यह कीड़ा किसी बल्लेबाज में नहीं है कि वह गेंदबाजी भी करे। कमाल है!’
अक्षर पटेल ने भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे इंटरनेशनल में अपनी बैटिंग के दम पर जीत दिलाई थी, वहीं दीपक हुड्डा ने भी पिछले कुछ समय में बैटिंग के साथ बॉलिंग से भी प्रभावित किया है।
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