नई दिल्ली. टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) का कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप के बाद खत्म हो रहा है. उन्होंने कहा है कि आगे वह टीम इंडिया से कोच के तौर पर नहीं जुड़ना चाहते. उन्होंने साथ ही इस पद पर काम करने की चुनौती भी बताई हैं. हाल में रवि शास्त्री इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के चौथे टेस्ट मैच के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे. इसके बाद सपोर्ट स्टाफ के कुछ अन्य सदस्यों के संक्रमित होने के बाद सीरीज का 5वां और अंतिम टेस्ट मैच रद्द करना पड़ा. कुछ फैंस ने इसके लिए शास्त्री को जिम्मेदार ठहराया था, लेकिन उन्होंने इन तमाम सवालों के जवाब दिए हैं.
59 वर्षीय रवि शास्त्री ने ‘द गार्जियन’ को एक इंटरव्यू दिया है जिसमें उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम का कोच होना ब्राजील या इंग्लैंड का फुटबॉल कोच होने जैसा है. उन्होंने हालांकि खुद को मोटी चमड़ी का भी बताया. शास्त्री ने कहा, ‘आप जानते हैं भारतीय क्रिकेट टीम का कोच होना ब्राजील या इंग्लैंड का फुटबॉल कोच होने जैसा है. आप हमेशा बंदूक की नोंक पर होते हैं. आप 6 महीने बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते हैं लेकिन जैसे ही आपकी टीम 36 रन बनाकर ऑलआउट हो जाती है तो वे आपको गोली मार देंगे. इसलिए आपको तुरंत जीतना भी होगा, नहीं तो वे आपको खा जाएंगे. खैर, मैं मोटी चमड़ी का आदमी हूं, इसलिए इससे मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.’
अगले महीने यूएई और ओमान की मेजबानी में होने वाले टी20 विश्व कप के बाद शास्त्री का हेड कोच के तौर पर कार्यकाल समाप्त होने वाला है लेकिन उन्होंने कहा कि वह इस पद पर रहते हुए वह सबकुछ हासिल कर चुके हैं, जो चाहते थे. शास्त्री ने स्वीकार किया कि इस पद को छोड़ते हुए थोड़ा ‘दुख’ होगा, लेकिन उन्हें इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह सही समय पर टीम को अलविदा कहेंगे. शास्त्री का मुख्य कोच के तौर पर पहला कार्यकाल 2017 में शुरू हुआ जिसके बाद 2019 में उन्हें फिर से नियुक्त किया गया. टी20 विश्व कप 17 अक्टूबर से शुरू हो रहा है.
शास्त्री ने कहा, ‘मैंने वह सबकुछ हासिल कर लिया है, जो मैं चाहता था. मैं तो यही मानता हूं. नंबर-1 (टेस्ट क्रिकेट में) टीम के रूप में पांच साल, ऑस्ट्रेलिया में दो बार सीरीज जीतना और इंग्लैंड में जीत. मैंने इस गर्मी की शुरुआत में माइकल एथरटन से बात की और कहा कि यह मेरे लिए सबसे खास है कि ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में हराना और कोविड के समय में इंग्लैंड में जीत हासिल करना. हम इंग्लैंड से 2-1 से आगे रहे और जिस तरह से हम लॉर्ड्स और ओवल में खेले, वह खास था.’ इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत 4 मैचों के बाद 2-1 से आगे था लेकिन मैनचेस्टर में होने वाले 5वें मैच को ऐन मौके पर रद्द कर दिया गया था.
शास्त्री के कार्यकाल के दौरान भारत ने दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में टी20 सीरीज जीती. करियर में 230 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले शास्त्री ने कहा, ‘हमने दुनिया के हर देश को सफेद गेंद वाले क्रिकेट में उन्हीं की सरजमीं पर हराया है. अगर हम टी 20 वर्ल्ड कप जीतते हैं तो इससे बेहतर कुछ और नहीं हो सकता. मैंने सोच से ज्यादा ही हासिल किया है. ऑस्ट्रेलिया को हराकर और इंग्लैंड की मेजबानी में सीरीज में बढ़त. यह क्रिकेट में मेरे चार दशकों का सबसे संतोषजनक पल है.’
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