रतलाम। जिले के बिलपांक थाना क्षेत्र अंतर्गत भैरूपाड़ा में नाबालिग बालिका से गैंगरेप और उसकी हत्या के मामले के आरोपियों के भागने से जहां पुलिस महकमे में हड़कंप की स्थिति है, वहीं आसपास के क्षेत्र में इससे सनसनी फैल गई है। इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि आरोपित पुलिस की जीप से नहीं, बल्कि पुलिस थाने से ही भागे हैं, जहां उन्हें लॉकअप के बाहर रखा गया था।
बता दें कि पुलिस ने 12 वर्षीय बालिका का बीते शनिवार की रात अपहरण कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और फिर उसकी हत्कया कर दी थी। रविवार को उसका शव बरामद होने के बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू की और सोमवार को तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया था। इसके बाद सोमवार की रात दो आरोपित पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गए।
गैंगरेप के आरोपितों के बिलपांक थाने से भागने के संबंध में रतलाम पुलिस द्वारा जो कहानी बताई जा रही है, उसके अनुसार दो आरोपित उस समय पुलिस जीप से कूदकर भाग गए, जब उन्हें डीएनए टेस्ट के बाद थाने में लाया गया। जबकि सूत्रों के अनुसार वास्तविकता कुछ और बताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि बिलपांक थाने में गैंगरेप के इन आरोपितों को लॉकअप में नहीं रखा गया था, बल्कि पीछे के कमरे में हथकड़ी लगाकर बिठा दिया गया था। यहां जब संतरी ने रात करीब 8.30 बजे आरोपितों को खाना देने के लिए उनकी हथकड़ी खोली, तो वे आपस में झगड़ने लगे और गुत्थमगुत्था हो गए। थाने में मौजूद पुलिस के जवान जब बीच-बचाव कर रहे थे, इसी दौरान तीनों आरोपित भाग निकले। बाद में इनमें से एक को पकड़ लिया गया, जबकि दो भागने में सफल रहे। एसपी गौरव तिवारी ने घटना की जांच कराने की बात कही है, जिसके बाद ही आरोपितों के भागने के रहस्य से पर्दा उठ सकेगा।