उदयपुर । राजस्थान के उदयपुर में (In Udaipur Rajasthan) आरएएस अधिकारी (RAS Officer) तरु सुराणा (Taru Surana) की डेंगू से मृत्यु हो गई (Died from Dengue) । राजस्थान में डेंगू के कारण होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़कर चार हो गया है। 42 वर्षीय तरु सुराणा का एक महीने से इलाज चल रहा था, और शनिवार सुबह चेन्नई में उनके इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उदयपुर के गीतांजली अस्पताल में इलाज के बाद तरु को एयरलिफ्ट कर चेन्नई ले जाया गया था।
तरु की तबियत बिगड़ने पर उन्हें एयरलिफ्ट कर चेन्नई के एमजीएम हॉस्पिटल ले जाया गया था। उनके छोटे भाई शुभव ने बताया कि 6 सितंबर को उन्हें तेज बुखार हुआ था, और चार दिन तक घर पर इलाज कराने के बाद, जब उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो उन्हें 11 सितंबर को गीतांजलि हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहाँ जांच में डेंगू की पुष्टि हुई।
शुभव ने बताया कि तरु की प्लेटलेट्स स्तर सामान्य था, जो डेंगू के मरीजों में आमतौर पर गिरता है, लेकिन उनकी तबियत में सुधार नहीं हो रहा था। 18 सितंबर को, चेन्नई से डॉक्टर्स की टीम गीतांजलि हॉस्पिटल पहुंची, और तरु को एयरलिफ्ट करके चेन्नई ले जाया गया। वहाँ 17 दिनों तक उनका इलाज चला, लेकिन दुर्भाग्यवश 5 अक्टूबर को सुबह 6 बजे उनकी मौत हो गई। शुभव ने यह भी बताया कि तरु का शव फ्लाइट से शनिवार शाम 7 बजे चेन्नई से अहमदाबाद लाया जाएगा और फिर एम्बुलेंस के जरिए उदयपुर ले जाया जाएगा, जहां रविवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
प्रदेश में अब तक डेंगू के कारण चार लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक सरकारी डॉक्टर, एक नर्सिंग छात्रा और एक बिजनेसमैन शामिल हैं। हाल ही में, पाली के बिजनेसमैन और कोटा में एएनएम ट्रेनिंग कर रही छात्रा की भी डेंगू से मौत हो गई। इस तरह की घटनाओं ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं और डेंगू के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को उजागर किया है।
तरु सुराणा के कार्य अनुभव : तरु सुराणा, जो एमए समाजशास्त्र में स्नातक थीं, ने 2012 में RAS की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया है, जिसमें सहायक कलेक्टर, एसडीएम, और महिला एवं बाल विकास विभाग में डिप्टी डायरेक्टर जैसे महत्वपूर्ण पद शामिल हैं। उनकी निधन से न केवल उनके परिवार को, बल्कि पूरे राज्य को एक गहरी क्षति हुई है।
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