– एंटीजन टेस्ट से घंटे भर में परिणाम, पुरानी टेस्टिंग पद्धति घटी
– 22 हजार से ज्यादा मरीज नई टेस्टिंग से पकड़े
इन्दौर। बीते हफ्तेभर से पुरानी पद्धति आरटीपीसीआर से की जाने वाली टेस्टिंग की संख्या घटा दी है और उसकी जगह एंटीजन रेपिड टेस्ट अधिक किए जा रहे हैं, जिसमें फटाफट परिणाम मिल जाते हैं। यही कारण है कि इन्दौर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या तो बढ़ी, वहीं अब जल्द संक्रमित मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने या होम आइसोलेशन में भिजवाया जाने लगा है, ताकि वह अन्य लोगों को और संक्रमित न कर सके।
कल भी 884 सैम्पल आरटीपीसीआर पद्धति के लेकर लैब भिजवाए गए, जबकि एंटीजन टेस्ट की संख्या 22 हजार का आंकड़ा पार कर गई और 24 घंटे में 2726 सैम्पलों की जांच की गई, जिसमें 2241 निगेटिव और 276 पॉजिटिव बताए गए। अब देशभर में ही इसी पैटर्न पर कोविड मरीजों की जांच की जा रही है। दिल्ली में भी एंटीजन टेस्ट इसी तरह बढ़ाए गए हैं। इन्दौर में एंटीजन टेस्ट के प्रभारी डॉ. अमित मालाकर के मुताबिक दो हफ्ते से औसतन रोजाना 2 हजार एंटीजन टेस्ट किए जा रहे हैं।
पहले तीन-तीन दिन लग जाते थे टेस्टिंग के परिणाम में
कोरोना जांच की आरटीपीसीआर पद्धति में टेस्टिंग के परिणाम दो-दो, तीन-तीन दिन तक आते थे। इस कारण टेस्टिंग का बैकलॉग इकट्ठा हो जाता था। इसी बैकलॉग के चलते कई बार इंदौर की टेस्टिंग दिल्ली और वडोदरा से करानी पड़ी। टेस्टिंग परिणाम देर से आने के चलते कई बार पॉजिटिव मरीज आम लोगों के बीच रहकर रोग बढ़ाते थे।
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