जबलपुर। रानी दुर्गावती एल्गिन अस्पताल में रोजाना 25 से 35 प्रसव होते हैं। यहाँ शहरी क्षेत्रों के अलावा संभाग के विभिन्न क्षेत्रों से गंभीर स्थिति में प्रसूताओं और गर्भवती महिलाओं को लाया जाता है। ऐसे में गंभीर अवस्था में भर्ती होने वाली गर्भवती महिलाओं और प्रसूताओं के लिए एचडीयू (हाई डिपेंडेंसी यूनिट) के बेड बढ़ाए जा रहे हैं। सब कुछ सही रहा तो महीने भर में एचडीयू एक्सटेंशन का कार्य पूरा हो जाएगा। वर्तमान में एचडीयू में 6 बेड हैं, जिन्हें बढ़ाकर 10 किया जा रहा है। कार्य अंतिम चरण में हैं। अधिकारियों ने बताया कि निर्माण एजेंसी ने महीने भर में काम पूरा कर हैण्ड ओवर करने की बात कही है। जानकारी के अनुसार यहाँ 6 बेड बढ़ाए जाने थे, लेकिन स्थान न होने के चलते बेड एक्सटेंड किए जा रहे हैं। बेड बढ़ाने का कार्य करीब 4 महीने पूर्व शुरू कियागया था।
इधर एल्गिन में ही मिडवाइफरी ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के तहत बनाए जा रहे बर्थिंग सुइट का काम भी जारी है। कुछ दिनों पूर्व केंद्र सरकार से आए विशेषज्ञों ने निरीक्षण कर दिशा निर्देश भी दिए हैं। प्लानिंग फेज में एसएनसीयू कोविड काल में एल्गिन में 20 बेड का पीआईसीयू स्वीकृत हुआ था, लेकिन बाद में प्रोजेक्ट में बदलाव कर पीआईसीयू की जगह बेड हो जाएँगे।एसएनसीयू बनाने की प्लानिंग की गई है। अधिकारियों का कहना था कि अस्पताल पहला इंस्टीट्यूट होगा। पी-2 में पीआईसीयू से ज्यादा एसएनसीयू की जरूरत है। जानकारी के अनुसार अभी यह प्रोजेक्ट फिलहाल प्लानिंग फेज में ही है। जिसकी बड़ी वजह पहले से चल रहे प्रोजेक्ट्स हैं, जिन्हें पहले पूरा किया जाना है।
जल्द होगा हैण्ड ओवर
निर्माण एजेंसी ने महीने भर में एचडीयू तैयार कर हेण्ड ओवर करने की बात कही है। इसका बेनिफिट प्रसूताओं और गर्भवतियों को मिलेगा। बर्थिंग सुइट का कार्य भी तेजी से चल रहा है।
डॉ. नीता पाराशर, अधीक्षक, एल्गिन
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