भोपाल। अयोध्या में भगवान राम का मंदिर निर्माण की आधारशिला 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा रखी जानी है। इससे पहले राम के अनुयायी नेताओं के बीच ट्वीटर पर जुवानी जंग छिड़ गई है। नेता एक-दूसरे को आसुरी शक्ति बताने पर तुले हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिविजय सिंह ने मंदिर निर्माण के भूमिपूजन के दौरान सनातन धर्म की मान्यताओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। इसके जवाब में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय की तीखा हमला बोला है। तीनों नेताओं ने ट्वीट के जरिए एक-दूसरे पर निशाना साधा है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि ‘मंदिर पूजन के लिए हिंदू धर्म की मान्यताओं को नजरअंदाज किया गया है। इसी वजह से गृह मंत्री अमित शाह से लेकर राम मंदिर के पुजारी तक कोरोना संक्रमित हो गए हैं। एक ट्वीट में दिग्विजय ने अमित शाह को प्रधानमंत्री लिख दिया। बाद में उन्होंने इस पर खेद भी जताया। दिग्विजय ने एक के बाद एक 11 ट्वीट किए। उन्होंने लिखा कि ‘मोदीजी आप अशुभ मुहूर्त में भगवान राम मंदिर का शिलान्यास कर और कितने लोगों को अस्पताल भिजवाना चाहते हैं? योगीजी आप ही मोदीजी को समझाइए। आपके रहते हुए सनातन धर्म की सारी मर्यादाओं को क्यों तोड़ा जा रहा है? और आपकी क्या मजबूरी है जो आप यह सब होने दे रहे हैं।Ó ‘इन हालातों में क्या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को क्वारैंटाइन नहीं होना चाहिए? क्या क्वारैंटाइन में जाने का नियम केवल आम जनता के लिए है? प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के लिए नहीं है। ‘भगवान राम करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र हैं। हजारों सालों से चली आ रही मान्यताओं के साथ खिलवाड़ मत करिए।
निकृष्ठ सोच के कारण कांग्रेस पतन की ओर अग्रसर है: सीएम शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिना किसी का नाम लिए कई ट्वीट कर कांग्रेस नेताओं पर हमला बोला है। ट्वीट पर लिखा कि ‘कांग्रेस के नेता, जिन्होंने श्रीराम के अस्तित्व को ही नकार दिया, आज राम मंदिर के निर्माण के शुभ अशुभ समय के निर्धारण करने में लगे हैं। अरे कांग्रेसियो, राम का नाम लेने से ही समय शुभ हो जाता है। आगे लिखा कि ‘इस निकृष्ट सोच और सनातन धर्म की आस्थाओं के साथ खिलवाड़ का नतीजा है कि आज संपूर्ण कांग्रेस अपने पतन की ओर अग्रसर है। कांग्रेस के लिए राम, राजनीति के विषय होंगे, लेकिन हमारे लिए राम, भक्ति और आस्था के विषय हैं। कांग्रेस के ही कुछ अतिउत्साही नेताओं ने नारा दिया था, मंदिर वहीं बनाएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। वह शुभ घड़ी आई तो उनके पेट में दर्द होने लगा है। पौराणिक काल में जब ऋषि मुनि यज्ञ करते थे, तो असुर और राक्षस आकर उसमें विघ्न डालते थे, कांग्रेस के नेता यही चरितार्थ कर रहे हैं।
धार्मिक कार्य में आसुरी शक्तियां विघ्न बाधाएं डालती हैं: नरोत्तम
दिग्विजय ने ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री मोदी एवं राममंदिर के भूमिपूजन समारोह के मुहूर्त पर सवाल उठाए। जिसका गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट के जरिए ही दिग्विजय को करोरा जवाब दिया। नरोत्तम ने लिखा कि ‘कमलनाथ सुंदरकांड करा रहे हैं तो दिग्विजय सिंह लंकाकांड में व्यस्त हैं। इतिहास गवाह है कि जब जब कोई धार्मिक कार्य होता है तो आसुरी शक्तियां विघ्न बाधाएं डालती हैं। कमोवेश ये उसी तरह की राजनीति है, भगवान उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे। नरोत्तम ने कहा कि दिग्विजय सिंह को फ्री कंसल्टेंसी खोल लेनी चाहिए। वे सबको सुबह से शाम तक सलाह ही देते रहते हैं। अब राहुल गांधी पता नहीं कौन सी यात्रा निकालें, कहीं उत्तराखंड की यात्रा पर न चले जाएं।
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