नई दिल्ली (New Delhi) । विपक्षी एकता (opposition unity) के तौर पर बना INDIA ब्लॉक आज अपने सभी दलों के नेताओं के साथ बड़ा शक्ति प्रदर्शन करने जा रहा है. दिल्ली के रामलीला मैदान (Ramlila Maidan) में होने वाली इस रैली (rally) में शामिल होने के लिए नेता भी दिल्ली पहुंच रहे हैं. पीडीपी प्रमुख और पूर्व सीएम जम्मू-कश्मीर महबूबा मुफ्ती भी इंडिया अलायंस रैली (India Alliance Rally) के लिए दिल्ली पहुंचीं हैं.
दिल्ली के मंत्री इमरान हुसैन ने दिल्ली में मुफ्ती का स्वागत किया है. वहीं बता दें कि सीएम केजरीवाल के जेल जाने के बाद उनकी पत्नी राजनीतिक लोगों से मिलने में काफी सक्रियता दिखा रही हैं. सुनीता केजरीवाल से शनिवार को झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना ने मुलाकात की थी.
विपक्ष के शीर्ष नेता करेंगे शिरकत
रविवार को होने वाली रैली में, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, भगवंत मान, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव सहित भारत के शीर्ष नेता रविवार को रामलीला मैदान की रैली में भाग लेंगे, इसे लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि में शक्ति प्रदर्शन, और विपक्षी एकता के रूप में देखा जा रहा है. पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि “लोकतंत्र बचाओ” रैली में नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला भी शामिल होंगे. आम आदमी पार्टी के एक नेता ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता केजरीवाल के भी इसमें शामिल होने की संभावना है.
क्या बोले गोपाल राय?
तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए रामलीला मैदान का दौरा करने वाले वरिष्ठ AAP नेता गोपाल राय ने दावा किया कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी भी रैली में शामिल होंगी. कांग्रेस ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (INDIA) की रैली लोक कल्याण मार्ग, जहां प्रधानमंत्री का आवास स्थित है, को एक “कड़ा संदेश” भेजेगी कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार का “समय समाप्त हो गया है”. रैली पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि शनिवार को पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी अन्य वरिष्ठ नेताओं के अलावा रैली को संबोधित करेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा, ”यह कोई व्यक्ति विशेष की रैली नहीं है.” उन्होंने कहा, “इसीलिए इसे लोकतंत्र बचाओ रैली कहा जाता है. यह किसी एक पार्टी की रैली नहीं है, इसमें करीब 27-28 पार्टियां शामिल हैं.
‘केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर गुस्सा’
रैली में इंडिया गठबंधन के सभी घटक दल हिस्सा लेने वाले हैं. ” उनकी टिप्पणी इस दृष्टि से महत्वपूर्ण है कि आप नेता इस रैली को विशेष रूप से ईडी द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध के रूप में पेश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाने का यह आखिरी मौका है. उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन के सभी नेता जनता के साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी की ”तानाशाही” के खिलाफ आवाज उठाएंगे. उन्होंने कहा, ”अगर देश के लोग आज आवाज नहीं उठाएंगे तो कल कोई आवाज नहीं उठा पाएगा.” उन्होंने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर लोगों में गुस्सा है. इस बीच, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने शनिवार को सुनीता केजरीवाल से मुलाकात की और उन्होंने इससे लड़ने का आपसी संकल्प व्यक्त किया.
सुनीता केजरीवाल और कल्पना सोरेन की हुई मुलाकात
मुलाकात करीब 15-20 मिनट तक चली. बैठक के बाद कल्पना ने संवाददाताओं से कहा, “मैं यहां सुनीता जी का दुख-दर्द बांटने आई हूं. उन्होंने अपनी व्यथा सुनाई. हम दोनों ने संकल्प लिया है कि इस लड़ाई को बहुत दूर तक ले जाना है. पूरा झारखंड अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ा है.” उन्होंने कहा कि दो महीने पहले झारखंड में जो हुआ वही दिल्ली में दोहराया गया और दोनों जगहों पर स्थिति एक जैसी है. “मेरे पति हेमंत जी को जेल भेज दिया गया और अरविंद केजरीवाल सर भी हिरासत में हैं. झारखंड और दिल्ली की स्थिति समान है.” आप को 20,000 से अधिक लोगों के साथ रैली आयोजित करने के लिए अधिकारियों से अनुमति मिल गई है. आप पंजाब राज्य इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष बुध राम ने कहा, “हमने विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए पंजाब से 1.25 लाख लोगों का लक्ष्य रखा है.”
दिल्ली पुलिस की क्या है तैयारी
दिल्ली पुलिस ने कहा कि उन्होंने हर गेट पर जांच और कार्यक्रम स्थल और उसके आसपास अर्धसैनिक बलों की तैनाती के साथ विस्तृत व्यवस्था की है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, पुलिस ने कुछ शर्तों के साथ रैली निकालने की अनुमति दी है, जिसमें मध्य दिल्ली में कोई मार्च, कोई ट्रैक्टर-ट्रॉली और कोई हथियार शामिल नहीं है. एक अधिकारी ने कहा, हालांकि रैली की अनुमति है, लेकिन डीडीयू मार्ग पर धारा 144 लागू रहेगी, जहां राजनीतिक दलों के कार्यालय स्थित हैं. उन्होंने कहा कि रामलीला मैदान से किसी भी मार्च की अनुमति नहीं दी जाएगी और अगर कोई उल्लंघन हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सूत्रों ने कहा कि अर्धसैनिक बलों की लगभग एक दर्जन कंपनियां रामलीला मैदान और डीडीयू मार्ग सहित मध्य दिल्ली के अन्य हिस्सों में तैनात की जाएंगी. प्रशासन ने रैली में 20,000 लोगों को आने की अनुमति दी है, लेकिन पुलिस को उम्मीद है कि यह संख्या 30,000 से अधिक हो सकती है.
इन पांच मुद्दों पर रैली में उठ सकती है आवाज
2024 लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में 31 मार्च को INDIA गठबंधन की पहली बड़ी रैली होने जा रही है. इस रैली में INDIA अलाइंस के कई बड़े नेता शामिल होंगे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, साथ ही अलग-अलग विपक्षी दलों के नेता भी इस रैली में शामिल होंगे. इस रैली में बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है.
आम आदमी पार्टी इस रैली को अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहर लाने के समर्थन का नाम दे रही है तो वहीं कांग्रेस का मानना है कि इस रैली में सिर्फ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का मुद्दा ही नहीं बल्कि कई और अहम मुद्दे हैं जिन पर रैली में चर्चा की जाएगी.
पहला मुद्दाः जांच और छापेमारी की कार्रवाई
इंडिया अलाइंस की इस रैली में पहला मुद्दा जांच एजेंसियों द्वारा लगातार विपक्षी नेताओं पर जिस तरीके से छापेमारी और शिकंजा का कसा ज रहा है, उसको लेकर के चर्चा की जाएगी. कांग्रेस बताएगी कि किस तरीके से बीजेपी की केंद्र की सरकार जांच एजेंसी का दुरुपयोग करके विपक्षी नेताओं का निशाना बना रही है ताकि विपक्ष को चुनाव में रोका जा सके.
दूसरा मुद्दाः इलेक्टोरल बॉन्ड
INDIA अलाइंस की रैली में दूसरा बड़ा मुद्दा इलेक्टोरल बॉन्ड का रहेगा. पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एसबीआई ने जो चुनावी बॉन्ड का डेटा जारी किया है, उसे लेकर कांग्रेस और तमाम विपक्षी दल भाजपा को घेरने लगे हैं. विपक्षी दलों का कहना है कि बीजेपी इस मुद्दे को दबाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कोर्ट में पेशी के दौरान यह बात रखी की किस तरीके से शराब घोटाले आरोपी ने बीजेपी को 55 करोड रुपये इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में दिए थे.
तीसरा मुद्दाः विपक्ष के मुख्यमंत्रियों-नेताओं को जेल भेजना
INDIA अलाइंस की रैली में तीसरा बड़ा बड़ा मुद्दा विपक्षी नेताओं को एक के बाद एक जेल भेजने का उठेगा. हाल ही में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल भेजा गया, उससे पहले हेमंत सोरेन को जेल भेजा गया, के कविता को जेल भेजा गया, संजय सिंह को जेल भेजा गया, सत्येंद्र जैन को जेल भेजा गया ,ये दिखता है की कैसे विपक्षी नेताओं को खत्म करने की कोशिश की जा रही है.
चौथा मुद्दाः अकाउंट सीज किया जाना
INDIA अलाइंस की रैली में चौथा बड़ा मुद्दा विपक्षी दलों के चुनाव से पहले अकाउंट सीज किए जाने को लेकर उठाया जाएगा. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और अलग-अलग विपक्षी दलों के जिस तरीके से अकाउंट सीज किए गए हैं, विपक्षी दल INDIA अलाइंस की रैली में इस मुद्दे को भी उठाएगी. विपक्षी दल आरोप लगा रहे हैं कि पिछले दिनों कांग्रेस के बैंक अकाउंट को सीज कर दिया गया है. जिससे चुनाव में विपक्षी दल चुनाव न लड़ सके.
पांचवा मुद्दाः विपक्षी दलों को तोड़ना, ऑपरेशन लोटस के आरोप
पार्टियों को तोड़ना भी INDIA एलायंस की रैली में बड़ा मुद्दा रहने वाला है. पिछले लंबे वक्त से कांग्रेस के कई दिग्गज नेता बीजेपी में शामिल हुए हैं. जिसमें नवीन जिंदल, प्रफुल्ल पटेल शामिल हैं, कांग्रेस का आरोप है कि नेताओं को एजेंसियों का डर बिठाकर पार्टियों को तोड़ा जा रहा है. आम आदमी पार्टी भी लगातार भाजपा पर यह आरोप लगाती रही है कि किस तरह से उनके विधायकों को खरीदने के लिए बीजेपी ऑपरेशन लोटस चल रही है.
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