अयोध्या: रामनगरी अयोध्या (Ramnagari Ayodhya) में गुरुवार को भगवान राम का जन्मोत्सव (Birthday of Lord Rama) यानी रामनवमी का पर्व बड़ी ही धूमधाम से कड़ी सुरक्षा (tight security) के बीच मनाया गया. करीब 10 लाख श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में पवित्र डुबकी लगाई. दूसरी तरफ, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय (Trust General Secretary Champat Rai) ने राम मंदिर के निर्माण कार्य की जानकारी दी. साथ ही साफ किया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा दिसंबर 2023 या फिर अगले साल के पहले माह जनवरी 2024 में मकर संक्रांति तक हो जाएगी. गर्भगृह में बने चबूतरे पर र 51 इंच की रामलला की मूर्ति (idol of ramlala) स्थापित की जाएगी.
दरअसल, राम मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है. वहीं, अस्थाई मंदिर में रामलला की यह अंतिम रामनवमी का उत्सव धूमधाम से मनाया गया. अस्थाई के साथ-साथ निर्माणाधीन मंदिर को भी फूलों के साथ भव्य तरीके से सजाया गया. दर्शन के लिए भक्तों का जत्था सुबह से ही मंदिर पहुंचता रहा. वहीं, रामनवमी में श्रद्धालुओं को दर्शन में सुविधा मिले, इसलिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने हवाई दर्शन की व्यवस्था शुरु कर दी गई.
चंपत राय ने यह भी बताया कि 51 इंच यानी 4 फुट 3 इंच की रामलला की प्रतिमा गर्भगृह में बने लगभग 1 फुट ऊंचाई वाले चबूतरे पर स्थापित की जाएगी. अप्रैल महीने के पहले हफ्ते में ही प्रतिमा का निर्माण शुरू होगा. रामलला के विराजमान होने ही उनके श्रद्धालुओं को भव्य दर्शन शुरू हो जाएंगे.
वहीं, केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने श्री राम मंदिर निर्माण को लेकर कहा कि श्री राम सनातन जगत के सकल आस्था के केंद्र हैं. राम की मर्यादा, आदर्श, विनय और विवेक देश के जनमानस को हमेशा प्रेरित करते रहे हैं. आज पावन रामनवमी पर प्रभु से यही कामना है. वहीं, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अपने ट्विटर हैंडल पर रामनवमी की शुभकामनाएं देने के साथ ही श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य के वीडियो और फोटो भी साझा किए हैं. श्रीराम के भव्य दरबार फूलों से सजाया गया.
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