सिरोंज। स्व.लक्ष्मीकांत शर्मा के जन्मदिन के उपलक्ष्य में अंतरराष्ट्रीय संत एवं प्रसिद्ध कथावाचक प्रेमभूषण महाराज के श्रीमुख से लटेरी में श्री रामकथा का आयोजन होगा। स्व.लक्ष्मीकांत शर्मा स्मृति लोक कल्याण न्यास के तत्वावधान में भव्य और दिव्य रूप से आयोजित होने वाली इस सात दिवसीय कथा आयोजन की तैयारियों को लेकर शनिवार को न्यास के सदस्यों की एक बैठक संस्कार गार्डन में आयोजित की गई।
24 जनवरी को लटेरी के हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित होने वाली रामकथा आयोजन की तैयारियों की बैठक को संबोधित करते हुए न्यास के संरक्षक उमाकांत शर्मा ने कहा कि लक्ष्मी कांत जी की धर्म के प्रति निष्ठा और श्रद्धा रोम रोम में बसी हुई थी सिरोंज के गणेशोत्सव नवरात्रि सहित अनेकों उत्सवों को भव्य रूप से मानने के लिए पूरे मनोयोग से काम करते थे उनके प्रयासों से इन आयोजनों ने राष्ट्रीय स्तर की पहचान स्थापित की। मसानिया मंदिर,देवपुर,मदागन, सहित क्षेत्र के अनेकों देवस्थानों का उन्होंने जीर्णोद्धार कराकर अपनी धर्म के प्रति आस्था ओर समर्पण को परिलक्षित किया है। कार्तिक स्नान,सिरोंज की नगर परिक्रमा जैसी अनेकों परंपराएं जो लुप्त हो गई थी उनको पुन: स्थापित करने का काम लक्ष्मीकांत शर्मा ने आप सभी के सहयोग से किया है यह हम सबके लिए प्रेरणा की बात है।
रणधीर सिंह बघेल,दिनेश शर्मा,जिला पंचायत सदस्य दरयाब सिंह कुर्मी,एसडीएम प्रवीण प्रजापति, सत्यनारायण शर्मा,महेंद्र सिंह दाँगी,नपाध्यक्ष मनमोहन साहू,जितेंद्र बघेल,भारतसिंह राजपूत,नारायणदास साहू रमेश यादव,कैलाश शर्मा,राजेन्द्र गर्ग,शिवकुमार भार्गव आदि के साथ सिरोंज लटेरी क्षेत्र के सैकड़ों सदस्यगण उपस्थित थे।
न्यास के वरिष्ठ सदस्य श्यामसुंदर शर्मा ने कहा कि हम सबके हैं
सनातन धर्म के लिए हमेशा झंडा ऊँचा करने का काम उन्होंने किया है। आज वास्तव में लक्ष्मीकांत जी गणेश की अथाई के बेटे नही बल्कि क्षेत्र के जन जन की धरोहर है भले ही आज वह हम सबके बीच मे नही है लेकिन उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाए रखना हम सबका परम कर्तव्य है। उन्होंने बैठक में उपस्थित न्यास के सभी सदस्यों से पूरे मनोयोग से रामकथा के लोककल्याणकारी आयोजन में सहयोग करने का आव्हान किया। इसके पूर्व बैठक का शुभारंभ संतो और न्यास के सदस्यों ने श्री कृष्ण ओर स्व.लक्ष्मीकांत शर्मा के चित्र पर माल्यार्पण दीप प्रज्वलन कर किया। मंच पर मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्र के प्रमुख संत पुरषोत्तम दास त्यागी,आर्य धर्म गुरु मुनि महाराज,उनारसी के कथावाचक संत परुषोत्तमदास शर्मा को विराजमान किया गया था। बैठक को लक्ष्मण सिंह बघेल,रामगुलाम राजौरिया, बनबारी लाल साहू ने भी सम्बोधित किया।
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