नई दिल्ली । भाजपा (BJP) की पश्चिम बंगाल इकाई के सीनियर नेता शुभेंदु अधिकारी (Subhendu Adhikari) ने रामनवमी को लेकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र नंदीग्राम (Nandigram) में अयोध्या जैसा भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) बनाया जाएगा और इसकी आधारशिला 6 अप्रैल को रामनवमी (Ram Navami) के दिन रखी जाएगी। विधानसभा में विपक्ष के नेता अधिकारी ने सोमवार को अपने गृह जिले पूर्व मेदिनीपुर में यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि सोनाचुरा में शिलान्यास समारोह से पहले भांगबेरा से सोनाचुरा तक एक भव्य जुलूस निकाला जाएगा, जिसमें सभी दुर्गा पूजा और स्थानीय मंदिर समितियों के प्रतिनिधियों के अलावा हिंदू धार्मिक संगठन और सामुदायिक क्लब भाग लेंगे।
शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘प्रस्तावित मंदिर के लिए स्थल योजना को मंजूरी दे दी गई है। मंदिर करीब 1.5 एकड़ भूमि पर बनेगा। प्रस्तावित मंदिर में अयोध्या के राम मंदिर की विशेषताएं होंगी।’ उन्होंने कहा कि नंदीग्राम में राम मंदिर पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा राम मंदिर होगा। यह भगवान राम के प्रति राज्य के करोड़ों हिंदुओं की भक्ति को दर्शाएगा। वैसे नंदीग्राम में सदियों पुराना एक राम मंदिर पहले से ही है और स्थानीय विधायक के तौर पर अधिकारी ने पहले तृणमूल में रहने के दौरान और अब भाजपा में इसके जीर्णोद्धार के लिए पहल की थी। हालांकि, इसी जिले के दीघा में राज्य सरकार द्वारा जगन्नाथ मंदिर के निर्माण के मद्देनजर एक नया राम मंदिर बनाने का यह कदम महत्वपूर्ण हो गया है।
जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन अक्षय तृतीया के दिन
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन अक्षय तृतीया के दिन किया जाएगा, जो इस वर्ष 30 अप्रैल को है। अधिकारी ने इस कदम की आलोचना करते हुए तृणमूल सुप्रीमो पर भगवान जगन्नाथ के भक्तों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया था, क्योंकि पड़ोसी ओडिशा के पुरी में सदियों पुराना जगन्नाथ मंदिर पहले से ही है और पश्चिम बंगाल समेत देश भर से लाखों भक्त हर साल वहां दर्शन करने आते हैं। अधिकारी ने यह भी घोषणा की थी कि रामनवमी पर पश्चिम बंगाल में 1 करोड़ हिंदू सड़कों पर उतरेंगे और 2,000 तक जुलूस निकाले जाएंगे।
तृणमूल प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने मंगलवार को वरिष्ठ भाजपा नेता पर आरोप लगाया कि जिस जमीन पर राम मंदिर बनेगा, उसे तब मूल मालिकों ने कम कीमत पर अधिकारी को बेचा था, जब वह तृणमूल में थे और उन्होंने 2007 में भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन के दौरान नंदीग्राम में पुलिस गोलीबारी में मारे गए 14 लोगों की याद में एक अस्पताल बनाने के लिए वह जमीन खरीदी थी।
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