अयोध्या। राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर से लोग दिल खोलकर दान कर रहे हैं। भूमि पूजन से पहले अयोध्या में चांदी की ईंटों की बारिश होने लगी है। हैदराबाद के बाद अब सूरत से चांदी की ईंटें अयोध्या भेजी जा रही हैं। पहले हैदराबाद के एक परिवार ने चांदी की पांच ईंटे भेंट की। इसके बाद अब सूरत से जैन संत के हाथों 11 किलो ईंटें दी गई है।
अयोध्या में तीन दिवसीय वैदिक अनुष्ठान भव्य भूमि पूजन समारोह से पहले आयोजित किया जाएगा। यह अनुष्ठान नींव के पत्थर के रूप में 40 किलो चांदी की ईंट की स्थापना को लेकर होगा। अनुष्ठान 3 अगस्त को ‘गौरी गणेश’ पूजा के साथ शुरू होगा और इसके बाद 4 अगस्त को ‘रामरचा’ होगा, जिसमें बिना रूके ‘राम नाम’ का पाठ किया जाएगा। पूरे समारोह का सीधा प्रसारण किया जाएगा ताकि सभी भक्त इसे अपने घरों से देख सकेंगे।
वहीं खबर है कि आयोजन में शामिल होने की करीब 50 व्यक्तियों को ही अनुमति दी जाएगी। महामारी के कारण व्यक्तियों की संख्या पर प्रतिबंध लगाया गया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के सूत्रों ने कहा कि अयोध्या में बड़े पैमाने पर सीसीटीवी स्क्रीन लगाए जाएंगे, ताकि भक्त कार्यक्रम देख सकें।
अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए मेहमानों की लिस्ट में फेरबदल किया गया है. इस मौके पर अब 170 लोगों को ही बुलाया जा रहा है। बीजेपी के कई नेताओं और संतों के नाम मेहमानों की लिस्ट से हटा दिए गए हैं। बीजेपी के वरिष्ठ नेता एल के आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के नाम अब मेहमानों की लिस्ट में नहीं है। सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं ने आने में असमर्थता जताई है। जबकि राम मंदिर आंदोलन से जुड़े नेताओं उमा भारती और कल्याण सिंह के नाम मेहमानों की लिस्ट में हैं।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत संघ के दस लोगों को भूमि पूजन का न्योता भेजा गया है। इसमें भैयाजी जोशी, दत्तात्रेय होसबोले, कृष्ण गोपाल, अनिल ओक, नागपुर से विमल और लखनऊ से क्षेत्र प्रचारक अनिल कुमार को भी बुलाया गया है। विश्व हिंदू परिषद से आलोक कुमार, दिनेश चंद्र और मिलिंद समेत छह लोगों को बुलाया जा रहा है।
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