नई दिल्ली । भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा (Astronaut Rakesh Sharma) कभी हर चर्चा का प्रमुख विषय हुआ करते थे. विंग कमांडर राकेश शर्मा (Rakesh Sharma) 80 के दशक में बादलों को चीरते हुए अंतरिक्ष (Space) की तरफ बढ़े तो करोड़ों भारतीयों की दुआएं उनके साथ थीं. राकेश शर्मा के साथ रवीश मल्होत्रा का नाम भी सुर्खियों में रहा था.
ये दोनों भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के अनुभवी और जांबाज पायलट थे. लेकिन राकेश शर्मा अंतरिक्ष में आगे निकल गए. 80 के दशक में हर भारतीय के लिए फख्र की बात थी कि अपने देश से कोई अंतरिक्ष में जाने वाला है.
अंतरिक्ष में बिताए 7 दिन, 21 घंटे
35 साल की उम्र में राकेश शर्मा अंतरिक्ष (Space) में गए थे. वे अंतरिक्ष में जाने वाले 128वें व्यक्ति और पहले भारतीय थे. राकेश शर्मा को 50 फाइटर पायलटों के टेस्ट के बाद चुना गया था. रवीश मल्होत्रा बैकअप के तौर पर उनके साथ थे. इसरो और सोवियत संघ (अब रूस) के ज्वॉइंट मिशन के तहत राकेश शर्मा ने 3 अप्रैल 1984 को सोयूज टी-11 से अंतरिक्ष यात्रा शुरू की थी. अंतरिक्ष में उन्होंने 7 दिन, 21 घंटे और 40 मिनट बिताए थे.
अंतरिक्ष से सोयूज टी-11 की क्रू के साथ ज्वॉइंट कॉन्फ्रेंस के जरिए देश ने पहली बार अंतरिक्ष में मौजूद भारत के नागरिक से बात की थी. उस समय इंदिरा गांधी (Prime Minister Indira Gandhi) भारत की प्रधानमंत्री थीं. उन्होंने राकेश शर्मा से पूछा था कि अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है? उन्होंने हिंदी में जवाब दिया था- सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा.
72वां जन्मदिन मना रहे हैं राकेश शर्मा
राकेश शर्मा आज अपना 72वां जन्मदिन मना रहे हैं. उनका जन्म पटियाला में 13 जनवरी 1949 को हुआ था. हालांकि उनकी पढ़ाई-लिखाई हैदराबाद में हुई थी. हैदराबाद में ही भारतीय वायुसेना का सबसे बड़ा बेस स्थित है. रोजाना उनके विमान परीक्षण उड़ानों पर निकलते हैं और आसमान में उनकी आवाज गरजती है.
अब कहां हैं राकेश शर्मा
राकेश शर्मा का लंबा समय बेंगलुरु में गुजरा. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब वे तमिलनाडु (Tamil Nadu) के हिल टाउन कुन्नूर में रहते हैं. वे बेंगलुरु की एक कंपनी ‘कैडिला लैब्स’ में नॉन एग्जिक्यूटिव चेयरमैन भी हैं. यह कंपनी खासतौर पर इंश्योरेंस सेक्टर की कंपनियों के लिए इंटेलिजेंस ऑटोमेशन प्रोवाइड करने का काम करती है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved