नई दिल्ली । सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध के चलते (Due to deadlock between Ruling Party and Opposition) राज्यसभा की कार्यवाही (Rajya Sabha Proceedings) कल तक स्थगित हो गई (Adjourned till tomorrow) । मंगलवार को भी सदन में जबरदस्त हंगामा हुआ, जिसके बाद सदन की कार्यवाही को पहले 12 बजे तक और फिर पूरे दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया ।
मंगलवार को राज्यसभा में सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने के कुछ देर बाद ही दोनों और से नारेबाजी होने लगी। हंगामा बढ़ता देख सभापति ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। हालांकि 12 बजे भी सदन में यही हालात बने रहे। नेता सदन जेपी नड्डा ने राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि लोकसभा के विपक्ष के नेता ने ऐसे मुद्दे उठाए हैं जिससे उन्होंने साबित किया है कि वह एक तरीके से बाहरी शक्तियों का टूल बनकर देश में अस्थिरता लाने में अपना योगदान कर रहे हैं।
जेपी नड्डा ने कहा कि उसी तरीके से फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स ऑफ़ एशिया पैसिफिक की को-चेयरपर्सन कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठतम नेतृत्व है। सत्ता पक्ष के मुताबिक यह संस्था भारत की संप्रभुता पर प्रश्न तो उठाती ही है लेकिन साथ ही साथ जम्मू कश्मीर को एक सेपरेट स्टेट एंटिटी के रूप में मानती है। कांग्रेस पार्टी का ऐसी संस्थाओं के साथ शामिल होना यह बताता है कि यह देश की आंतरिक सुरक्षा और बाहरी सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि इसको आर्थिक रूप से मदद देने का काम जॉर्ज सोरोस कर रहा है। वहीं कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने इन आरोपों का खंडन किया। राज्यसभा में बोलते हुए प्रमोद तिवारी ने कहा कि जेपी नड्डा द्वारा लगाए गए यह सभी आरोप निराधार और बेबुनियाद है। सभी आरोप घटिया व सतही हैं।
वहीं दूसरी ओर सदन में इस दौरान भारी हंगामा होता रहा। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के ही सांसद अपने स्थान पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। डीएमके के तिरुचि शिवा ने जेपी नड्डा के कथन का विरोध करते हुए कहा कि जो व्यक्ति इस सदन का सदस्य नहीं है उसके विषय में सदन में बात नहीं की जानी चाहिए। इस बीच राज्यसभा में हंगामा इतना बढ़ गया कि सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। अब राज्यसभा की अगली बैठक बुधवार सुबह 11 बजे बजे होगी।
गौरतलब है कि संसद में सत्ता और विपक्ष के बीच गतिरोध है। मंगलवार को राज्यसभा की कार्यवाही प्रारंभ होने से ठीक पहले विभिन्न दलों के नेताओं ने उपराष्ट्रपति से मुलाकात की। यह मुलाकात राज्यसभा में जारी गतिरोध खत्म करने के लिए थी। राज्यसभा के सभापति ने सोमवार को भी संसद भवन स्थित अपने कक्ष में राज्यसभा में सदन के नेता जगत प्रकाश नड्डा, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य वरिष्ठ संसद सदस्यों से मुलाकात की थी। यह मुलाकात राज्यसभा में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच मौजूदा गतिरोध खत्म करने के उद्देश्य से की गई थी। दरअसल राज्यसभा में दोनों पक्षों के बीच हुई जबरदस्त तकरार के कारण सोमवार को भी सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल सकी थी।
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