लखनऊ: उत्तर प्रदेश के 10 राज्यसभा सीटों पर हो रहे चुनाव में सपा के आधा दर्जन से ज्यादा विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है. इसके चलते सपा के तीसरे राज्यसभा कैंडिडेट के जीतने की उम्मीदों पर पानी फिर गया है. सपा के सात विधायकों ने क्रॉस वोटिंग अभी तक की है, जिसके चलते बीजेपी के आठवें प्रत्याशी संजय सेठ का जीतना लगभग तय है. सपा के तीसरी कैंडिडेट आलोक रंजन की हार तय मानी जा रही है. सपा के जिन छह विधायकों ने बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में वोटिंग करने का काम किया है, वो सभी अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं. ऐसे में राज्यसभा चुनाव में सपा के कौन-कौन विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है, जिसे अखिलेश यादव के बड़ा झटका माना जा रहा है?
सपा के सात विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करने वालों में राकेश पांडेय, मनोज पांडेय, विनोद चतुर्वेदी, अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह और मुकेश वर्मा हैं. इन छह विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया है. इसके चलते ही सपा के तीसरे कैंडिडेट की जीत की सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया है जबकि बीजेपी के आठवें कैंडिडेट संजय सेठ का जीतना तय है.
राज्यसभा की 10 सीटों पर 11 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. विधायकों की संख्या के आधार पर सपा की दो राज्यसभा सीटों पर जीत तय है और बीजेपी के सात कैंडिडेट की जीत आसान है. ऐसे में राज्यसभा की 10वीं सीट के लिए बीजेपी और सपा के बीच मुकाबला हे. बीजेपी ने अपना आठवां राज्यसभा उम्मीदवार संजय सेठ को बनाया है, जिनके पक्ष में सपा के आधा दर्जन विधायकों ने वोट किया है.
वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश ने वरीयता के आधार पर पहले नंबर पर जया बच्चन, दूसरे नंबर पर रामजीलाल सुमन और तीसरी नंबर आलोक रंजन को रखा है.बीजेपी की तरफ से आरपीएन सिंह, चौधरी तेजवीर सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत, सुधांशु त्रिवेदी, साधना सिंह, नवीन जैन और संजय सेठ मैदान में हैं. बीजेपी ने संजय सेठ को अपने आठवें उम्मीदवार के रूप में उतारा है, सपा विधायकों के जिस तरह से एक के बाद एक क्रॉस वोटिंग करने की खबरें आ रही हैं, उसके चलते बीजेपी के सभी उम्मीदवारों के जीत सुनिश्चित है. सपा के जया बच्चन और रामजीलाल सुमन की जीत तय है, लेकिन आलोक रंजन की राह अब आसान नहीं है.
राकेश पांडेय : राकेश पांडेय अंबेडकरनगर की जलालपुर विधानसभा सीट से सपा के विधायक हैं. 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा छोड़कर सपा में आए थे. अखिलेश यादव ने उन्हें जलालपुर सीट से प्रत्याशी बनाया था, जहां से विधायक बने. इससे पहले बसपा से सांसद और विधायक रह चुके हैं. राकेश पांडेय के बेटे रितेश पांडेय 2024 में बसपा से अंबेडकरनगर सीट से सांसद बने थे, लेकिन अब उन्होंने मायावती का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है. बीजेपी रितेश पांडेय को अंबेडकनगर सीट से प्रत्याशी बना सकती है, जिसके चलते राकेश पांडेय भी सपा से बगावत कर बीजेपी के साथ खड़े हो गए हैं.
मनोज पांडेय : सपा विधायक मनोज पांडेय ने विधानसभा के मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया है. वे लगातार तीन बार से सपा के विधायक चुने जा रहे हैं. अखिलेश यादव की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं. रायबरेली के ऊंचाहार सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन राज्यसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के पक्ष में वोटिंग करके अपनी मंशा जाहिर कर दी है. माना जा रहा है कि बीजेपी उन्हें रायबरेली लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बना सकती है.
राकेश प्रताप सिंह : राकेश प्रताप सिंह अमेठी जिले की गौरीगंज सीट से तीन बार के विधायक हैं. सपा से लगातार तीन बार से विधायक चुने जा रहे हैं और अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री रह चुके हैं. अखिलेश के करीबी नेताओं में उन्हें गिना जाता है, लेकिन राज्यसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में वोट किया था. 2019 में भी उन्होंने स्मृति ईरानी को अंदुरुनी मदद की थी.
अभय सिंह : सपा विधायक अभय सिंह ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की है. अभय सिंह अयोध्या जिले की गोसाईगंज सीट से सपा के टिकट पर दूसरी बार विधायक हैं. एक समय अभय सिंह को मुख्तार अंसारी का करीबी माना जाता था, लेकिन उन्होंने बाद में रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया के साथ अपने रिश्ते मजबूत बना लिए थे. पूर्वांचल की सियासत में अभय सिंह को बहुबाली नेता के तौर पर जाना जाता है.
विनोद चतुर्वेदी : जालौन के कालपी से सपा विधायक विनोद चतुर्वेदी ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की है. सपा उम्मीदवार के बजाय उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में वोट कर अखिलेश यादव के सारे समीकरण को बिगाड़ दिया है. 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले विनोद चतुर्वेदी ने कांग्रेस छोड़कर सपा का दामन थामा था, लेकिन अब बीजेपी के प्रत्याशी को वोट देकर अपने भविष्य की राजनीति की दशा-दिशा तय कर दी है. बुंदेलखंड की सियासत में विनोद चतुर्वेदी दिग्गज नेता माने जाते हैं.
मुकेश वर्मा : सपा विधायक मुकेश वर्मा ने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में वोट देने का काम किया है. मुकेश वर्मा फिरोजाबाद के शिकोहाबाद सीट से विधायक हैं. उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी छोड़कर सपा का दामन थामा था.वो ओबीसी का चेहरा माने जाते हैं. लोधी समुदाय से आते हैं. ऐसे में सपा के बजाय बीजेपी प्रत्याशी को वोट देकर अखिलेश यादव को बड़ा झटका दिया है.
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