नई दिल्ली। नौ राज्यों (nine states) की 12 सीटों पर होने वाले राज्यसभा (Rajya Sabha) उपचुनाव (By-elections) में सभी उम्मीदवार निर्विरोध (Unopposed) निर्वाचित होंगे। नामांकन (Enrollment) के अंतिम दिन बुधवार को किसी भी राज्य में अतिरिक्त उम्मीदवार ने नामांकन नहीं किया। आगामी 27 अगस्त को नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख के दिन चुनाव आयोग परिणाम की घोषणा करेगा। नतीजे घोषित होने के बाद इन 12 सीटों में से 11 सीटें राजग (NDA) के हिस्से में आएगी, जिससे उसे उच्च सदन में बहुमत हासिल हो जाएगा।
दरअसल, ऐसे संकेत थे कि कांग्रेस हरियाणा की इकलौती सीट के लिए उम्मीदवार उतार सकती है। हालांकि, नामांकन के अंतिम दिन भाजपा उम्मीदवार किरण चौधरी को छोड़कर किसी ने नामांकन नहीं किया। इसके अलावा राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा, तेलंगान, ओडिशा और त्रिपुरा की एक-एक सीट पर एक-एक उम्मीदवार ने, जबकि बिहार, असम और महाराष्ट्र से दो-दो उम्मीदवारों ने ही पर्चा भरा। आयोग अब बृहस्पतिवार को नामांकन पत्र की जांच करने के बाद नतीजे घोषित करने के लिए 27 अगस्त की अंतिम तारीख का इंतजार करेगा।
राजग को मिलेगा बहुमत
नतीजे आने के बाद उच्च सदन में पहली बार भाजपा की अगुवाई वाले राजग को बहुमत हासिल हो जाएगा। गौरतलब है कि वर्तमान में राज्यसभा की 20 सीटें खाली हैं। 12 सीटों पर उपचुनाव के बाद उच्च सदन के सदस्यों की कुल क्षमता 237 हो जाएगी। इसके अलावा विधानसभा चुनाव नहीं होने के कारण जम्मू कश्मीर की चार सीटें रिक्त हैं, जबकि इतनी ही सीटों पर सदस्यों का मनोनयन नहीं हुआ है। नतीजे के बाद भाजपा के सदस्यों की संख्या 87 से बढ़ कर 97 (मनोनीत और निर्दलीय के साथ 104) जबकि राजग की संख्या 119 हो जाएगी। यह संख्या चुनाव के बाद 237 सदस्यों वाली राज्यसभा में बहुमत की शर्त को पूरी करता है।
किसने कहां किया नामांकन
नामांकन के अंतिम दिन अभिषेक मनु सिंघवी ने तेलंगाना, रवनीत सिंह बिट्टू ने राजस्थान, जॉर्ज कुरियन ने मध्य प्रदेश, मनन कुमार मिश्र और उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार, किरण चौधरी ने हरियाणा, ममता मोहंता ने ओडिशा, नितिन पटेल और धैर्यशील पाटील ने महाराष्ट्र्र, रामेश्वर तेली और मिशन रंजन दास ने असम में नामांकन पत्र दाखिल किया।
कांग्रेस को घाटा क्यों?
लोकसभा चुनाव में राजस्थान के राज्यसभा सदस्य केसी वेणुगोपाल केरल से चुने गए। राजद की बिहार की ही सांसद मीसा भारती और दीपेंद्र हुड्डा अपने गृह राज्य से निर्वाचित हो कर लोकसभा पहुंचे। इन राज्यों की विधानसभा में भाजपा को या तो बहुमत है या संख्या बल उसके साथ है। ऐसे में इन तीनों ही सीटों पर भाजपा को जीत हासिल होगी।
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