राजगढ़। जम्मू कश्मीर के बारामूला में आतंकी हमले में शहीद हुए मप्र के राजगढ़ जिले के रहने वाले जवान मनीष विश्वकर्मा कारपेंटर का पार्थिव शरीर बुधवार को उनके गृहनगर खुजनेर पहुंचा। यहां उनके अंतिम दर्शन करने के लिए पूरा शहर ही उमड पड़ा। चारों तरफ लोगों की भीड़ जमा हो गई और सभी ने नम आंखों से शहीद के अंतिम दर्शन किये। लोग देशभक्ति के नारे लगा रहे थे। देशभक्त नारों से नगर गूंज उठा। लोगों ने पार्थिव शरीर के स्वागत में आतिशबाजी भी की।
बता दें कि राजगढ़ जिले के खुजनेर के शहीद मनीष उरी में तैनात थे। दो दिन पहले बारामूला में हुई आंतकियों से मुठभेड़ में मनीष शहीद हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर बुधवार सुबह सेना के विशेष विमान से राजधानी भोपाल पहुंचा। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ईमई सेंटर हॉस्पिटल परिसर में शहीद मनीष विश्वकर्मा के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री शिवराज ने इस दौरान शहीद के परिवार को एक करोड़ की सम्मान निधि और परिवार के एक सदस्य को उनकी सहमति पर शासकीय सेवा में नियुक्ति का ऐलान किया। इसके बाद सेना के वाहन के शहीद का पार्थिव शरीर उनके गृहनगर खुजनेर के लिए रवाना हुआ।
खुजनेर पहुंचते ही शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। देशभक्ति नारे से पूरा नगर गूंज उठा। हर व्यक्ति मनीष विश्वकर्मा के बलिदान को याद कर रहा है। यहां परिवार और खुजनेर के लोगों के दर्शन के बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
गौरतलब है कि राजगढ़ जिले के खुजनेर नगर के निवासी मनीष विश्वकर्मा कारपेंटर 11 महर रेजीमेंट में जीडी के पद पर तैनात थे। एक जनवरी 1998 को जन्मे मनीष 18 साल की उम्र में ही सेना में भर्ती हो गए थे। मनीष का पूरा परिवार ही देश सेवा के लिए जाना जाता है। मनीष के बड़े भाई हरीश विश्वकर्मा भी 2014 से सेना में ही राजस्थान के गंगानगर में तैनात होकर देश की सेवा कर रहे हैं। मनीष की शादी 10 माह पहले ही हुई थी और शादी के तुरंत बाद ही वे ड्यूटी पर चले गए थे। दिसंबर 2019 में ही मनीष परिवार से मिलने आए थे और यही उनकी अंतिम मुलाकात थी। चार दिन पहले ही उन्होंने फोन पर अपने परिवार से बात की थी। दो दिन पहले आतंकी हमले में मनीष शहीद हो गए।