जयपुर। कोरोना काल में आर्थिक संकट से जूझ रहे गरीब, मजदूर और प्रवासी श्रमिकों को ध्यान में रखकर गहलोत सरकार इंदिरा रसोई योजना लेकर आ रही है. ‘कोई भूखा न सोए’ के मकसद से जयपुर नगर निगम क्षेत्र में 20 जगह और नगर पालिका क्षेत्र में एक-एक इंदिरा रसोई शुरू होगी.
सीएम गहलोत प्रदेश स्तर पर 20 अगस्त को इस योजना की शुरुआत करेंगे. इसको लेकर जयपुर में भी तैयारी शुरू हो गई है. कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने बताया की योजना के तहत इंदिरा रसोई में सुबह-शाम रोजाना 300-300 लोगों का भोजन बनेगा. थाली 20 रुपये की होगी. इसमें 8 रुपये टोकन मनी में लोगों को मुहैया कराया जाएगा.
भोजन में 12 रुपये का अनुदान सरकार द्वारा दिया जाएगा यानि की कोई भी जरूरतमंद 8 रुपये देकर भोजन कर सकता है. नेहरा ने बताया कि इसमें गड़बड़ी नहीं हो, इसलिए रसोई की मोबाइल एप और सीसीटीवी कैमरे से रियल टाइम ऑनलाइन मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है. भोजन करने आने वाले व्यक्ति द्वारा कूपन लेने पर मोबाइल पर एसएमएस से सूचना आएगी. संबंधित व्यक्ति का फोटो भी लिया जाएगा, जो स्टेट पोर्टल पर स्वत: अपलोड हो जाएगा. स्टेट डाटा सेंटर पर लाभार्थी संख्या का प्रमाणीकरण होगा. संस्था की सीए आडिट अनिवार्य होगी. साथ ही स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग द्वारा सालाना अंकेक्षण किया जाएगा.
खाने का मेन्यू जिला कमेटी द्वारा तय किया जाएगा कि किस दिन भोजन में क्या-क्या बनेगा? भोजन में प्रति थाली 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 250 ग्राम चपाती और अचार का मेन्यू निर्धारित किया गया है. स्थानीय आवश्यता के अनुरूप मैन्यू और भोजन के चयन की स्वतंत्रता रहेगी. नेहरा ने बताया कि जयपुर नगर निगम हैरिटेज में दस और ग्रेटर में दस इंदिरा रसोई शुरू की जाएगी. साथ ही नगरपालिका क्षेत्र में एक-एक रसोई शुरू की जाएगी. कलेक्टर ने अधिकारियों को इन्दिरा रसोई से जुड़े काम 18 अगस्त तक पूरे कर लेने के निर्देश दिए. मॉनिटरिंग के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति बनी है.
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