जोधपुर: राजस्थान में बीजेपी पहली बार इलेक्शन कैंपेन कमेटी का प्रयोग करने जा रही है. राजस्थान असेंबली इलेक्शन (Rajasthan Assembly Election) के लिए चुनावी चेहरा कौन होगा? इसके पत्ते जल्द ही इस कमेटी की घोषणा के बाद खुल जाएंगे. राजनीति के जानकारों का कहना है जिन्हें लगता है कि बीजेपी (BJP) ने दो नई समितियों में गजेंद्र सिंह और वसुंधरा राजे (Gajendra Singh-Vasundhara Raje) को जगह न देकर झटका दिया है, उनकी बोलती इलेक्शन कैंपेन कमेटी और परिवर्तन यात्राओं की जिम्मेदारी की घोषणा के बाद बंद हो सकती है.
बीजेपी की टॉप लीडरशिप इस पर तो एकमत है कि विधानसभा चुनाव के लिए किसी नेता को सीएम फेस के रूप में प्रोजेक्ट नहीं किया जाएगा. बीजेपी के सर्वमान्य नेता पीएम मोदी ही सबसे बड़ा चेहरा होंगे. लेकिन प्रदेश स्तर पर बीजेपी किसी एक नेता को आगे ला सकती है.
बीजेपी ने राज्य में चुनाव प्रबंधन समिति और संकल्प पत्र समिति में रखे गए लोगों के नामों का ऐलान कर दिया है. बीते दिनों नई दिल्ली में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद बीजेपी राजस्थान ईकाई की ओर से इनकी घोषणा हुई. दोनों समितियों में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नाम नहीं हैं. कुछ लोग इसे इन नेताओं के लिए झटका मान रहे हैं, लेकिन राजनीतिक प्रेक्षकों के अनुसार असल में इसके पीछे बीजेपी थिंक टैंक की रणनीति है. पहली वजह तो बीजेपी की बेहद महत्वपूर्ण चुनाव प्रचार समिति की घोषणा बाकी है, दूसरे परिवर्तन यात्राओं की जिम्मेदारी भी जनाधार वाले लीडर को सौंपनी है.
पार्टी के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष का नाम तय होने में पार्टी को कुछ अड़चनें आ रही हैं. किसी एक नाम पर संघ और भाजपा के बड़े नेताओं के बीच सहमति होने के बाद ही नामों के साथ समिति की घोषणा होगी. यह समिति इसलिए बेहद महत्वपूर्ण और ताकतवर है, क्योंकि इसके अध्यक्ष को अपरोक्ष रूप से प्रदेश में ‘पार्टी के चेहरे’ के रूप में पहचान मिलेगी. काबिले गौर है कि 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया था और बाद में वे देश के प्रधानमंत्री बने. समिति के अध्यक्ष के रूप में शेखावत और राजे समेत कुछ नेताओं के नामों पर विचार हुआ है. शेखावत की पीएम से नजदीकी और मारवाड़-मेवाड़ में पकड़ और राजे का मुख्यमंत्रित्व काल का अनुभव और जनाधार लीडर की इमेज प्लस प्वाइंट हैं.
इसके साथ ही बीजेपी राजस्थान में एक साथ चारों दिशाओं से 2 सितंबर को परिवर्तन यात्राएं शुरू करेंगी. यह यात्राएं उत्तर में गोगामेड़ी मंदिर (हनुमानगढ़), दक्षिण में बेणेश्वरधाम (डूंगरपुर), पूर्व में त्रिनेत्र गणेश मंदिर (सवाईमाधोपुर) और पश्चिम में रामदेवरा (जैसलमेर) से निकाली जाएंगी. चारों दिशाओं से निकाली जाने वाली चारों यात्राओं का समापन जयपुर के धानक्या में 25 सितंबर को होगा. यहां होने वाली समापन सभा को पीएम नरेंद्र मोदी संबोधित करने आएंगे. उल्लेखनीय है कि 2003 में भी कांग्रेस सरकार के खिलाफ बीजेपी ने परिवर्तन यात्रा निकाली थी. इसका बाद बीजेपी सत्ता में वापस आई थी.
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