नई दिल्ली। राजस्थान (Rajasthan ) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) के रुख से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) आहत हुई हैं। दरअसल, राजस्थान से लौटे राज्य के प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) और पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात की। इस दौरान बैठक में सोनिया गांधी ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा अशोक गहलोत से उन्हें ऐसी उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा कि गहलोत ने ऐसा कैसे कर दिया। वहीं, दोनों नेताओं में से एक ने अनुशासनात्मक कार्रवाई का सुझाव दिया, जिस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पहले रिपोर्ट जमा करें।
बैठक के दौरान माकन और खड़गे ने उन्हें बताया कि कैसे अशोक गहलोत ने केवल मीटिंग करने के लिए कहा और उन्होंने बैठक का स्थान और समय तय किया। बता दें कि बीते दिन जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन को पर्यवेक्षक और इंचार्ज बनाया गया था। इस बैठक से ठीक पहले गहलोत के करीबी मंत्री शांति धारीवाल के घर पर गहलोत गुट के विधायकों की बैठक हुई थी, जिसके बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक रद्द कर दी गई थी।
माकन और खड़गे से सोनिया गांधी ने मांगी लिखित रिपोर्ट
बैठक में सोनिया गांधी ने दोनों पर्यवेक्षकों मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन से लिखित रिपोर्ट तलब की। डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चली मुलाकात के बाद माकन ने कहा कि जयपुर में रविवार शाम विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सहमति से बुलाई गई थी। उन्होंने कहा, “हमने सोनिया गांधी को पूरी जानकारी दी, उन्होंने लिखित रिपोर्ट मांगी है। हम आज रात या कल सुबह तक रिपोर्ट देंगे।” दोनों पर्यवेक्षक सीधे जयपुर से दिल्ली पहुंचे और इसके बाद 10 जनपथ पहुंचकर सोनिया गांधी से मिले। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ भी बैठक में मौजूद थे।
अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की संभावना हुई कम
वहीं, इस सियासी घमासान के बीच अब अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की संभावना पर भी विराम लगता दिख रहा है। सूत्रों के मुताबिक, अब कांग्रेस आलाकमान अध्यक्ष पद के लिए मल्लिका अर्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक और कमलनाथ को आगे कर रही है। ये तीनों नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों के करीबी माने जाते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 30 सितंबर
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 30 सितंबर तक यथास्थिति रहेगी। सूत्रों के अनुसार, गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में नामांकन करने की संभावना कम है। 30 सितंबर के बाद कांग्रेस नेतृत्व आगे फैसला करेगा। कांग्रेस सूत्रों का मानना है कि अशोक गहलोत के पक्ष में यह गोलबंदी उनके पार्टी अध्यक्ष बनने की संभावना के चलते हुई है।
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