मानेसर के रिजॉर्ट से SOG टीम लौटी बैरंग
नई दिल्ली/ मानेसर। राजस्थान में राजनीतिक कलह के बीच एसओजी द्वारा सरकार गिराने के आरोप में दर्ज किये गये मामले में राजस्थान पुलिस हरियाणा स्थित मानेसर पहुंची। पुलिस उन दो रिजॉर्ट्स में पहुंची जहां कांग्रेस नेता सचिन पायलट गुट के 18 विधायक रुके हुए हैं। हालांकि पुलिस को वहां से बैंरग लौटना पड़ा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वहां कोई भी बागी विधायक पुलिस को नहीं मिला। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की टीम दो ऑडियो क्लिप की जांच के लिए हरियाणा पहुंची थी. हालांकि, कोई भी बागी विधायक वहां नहीं मिला और एसओजी ने दावा किया कि हरियाणा पुलिस ने इस मामले में उसका सहयोग नहीं किया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अतिरिक्त महानिदेशक (एसओजी) अशोक राठौर ने कहा कि टीम को होटल के रिसेप्शन पर बताया गया कि विधायक वहां नहीं हैं। पुलिस फिर मानेसर में एक दूसरे होटल की ओर चल दी, जहां बागी कांग्रेस नेता सचिन पायलट के खेमे के कुछ विधायकों के डेरा डालने की बात पता चली है। राठौर ने पहले कहा था, ‘ऑडियो क्लिप में जिनके नाम सामने आये हैं, उनके बयान दर्ज करने के लिए एक टीम को मानेसर भेजा गया था, क्योंकि इस तरह के बयान आ रहे हैं कि ये ऑडियो क्लिप फर्जी हैं या हेरफेर करके बनाई गयी हैं। शुरुआत में पुलिस दल को होटल में प्रवेश नहीं करने देने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि राजस्थान में उनकी सरकार गिराने की साजिश में भाजपा शामिल है।
वहीं इस मामले में राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा इस षडयंत्र में शामिल नहीं है, तो उनकी सरकार ने हरियाणा पुलिस लगाकर एसओजी को क्यों रोका? चोर दरवाजे से विधायकों को क्यों निकाला? सचिन पायलट और उनके साथी बताएं कि उनको अपने राज्य की पुलिस पर क्यों भरोसा नहीं है?
कांग्रेस महासिचव अविनाश पांडेय ने ट्वीट किया, अगर भाजपा दावा करती है कि कांग्रेस के आंतरिक झगड़े में वह शामिल नहीं है तो भाजपा नीत हरियाणा सरकार होटल के अंदर विधायकों को सहयोग और सुरक्षा क्यों दे रही है? कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इसी तरह के आरोप लगाये।
सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि हरियाणा पुलिस का राजस्थान पुलिस को ‘सरकार गिराने’ के खेल की जांच करने से रोकना इस साजिश का स्पष्ट सबूत है। केंद्रीय मंत्री शेखावत और विधायक भंवरलाल शर्मा ने अपने अलग-अलग बयानों में ऑडियो क्लिप में आवाज होने के आरोपों को खारिज कर दिया है।
गौरतलब है कि राजस्थान पुलिस ने दो ऑडियो क्लिप के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज की है जिसमें कथित तौर पर कुछ लोगों को राज्य की कांग्रेस नीत सरकार को गिराने की साजिश के बारे में बात करते हुए सुना जा सकता है। इसी सिलसिले में जांच के तहत राजस्थान पुलिस के विशेष कार्य बल (एसओजी) का एक दल विधायक भंवरलाल शर्मा से पूछताछ करने गुड़गांव के मानेसर पहुंचा। कांग्रेस ने यह आरोप भी लगाया है कि वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की भी इस कथित क्लिप में आवाज है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि एसओजी द्वारा दर्ज प्राथमिकी में ‘गजेंद्र सिंह’ नामक व्यक्ति की पहचान किसी मंत्री के रूप में दर्ज नहीं है।
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